Kya apne kabhi socha ki 2030 me bharat kaisa hoga – तो नमस्कार दोस्तों स्वागत है आज आपका बहुत ही रोचक और दिलचस्पी जानकारी मे. आज हम आपको बताएंगे की 2030 का भारत कैसा होगा.
2030 तक भारत कैसा होगा? इस बात को समझने के लिए हमने बहुत से डाटा जुटाए है.जिसमे कई रिपोर्ट्स और मेगा प्रोजेक्ट्स शामिल है.
दोस्तों भारत का हर नागरिक फिर चाहे वो भिखारी हो या करोड़पति, खास कर गरीब से लेकर मिडल क्लास वाला हर कोई, अपने अच्छे भविष्य को लेकर तरह तरह के सपने और उम्मीदें तो पालता ही है की आने वाला भविष्य उनके लिए अच्छा और बेहतर ही होगा…..लेकिन इस बात मे कितनी सच्चाई है? ये तो वीडियो मे पता चल ही जाएगा,,,
और साथ मे जानेंगे भारत के उन मेगा प्रोजेक्ट्स के बारे मे जिन पर तेजी से काम चल रहा है, और इन प्रोजेक्टस के पूरा होने पर लोगो को क्या फायदा पहुंचेगा?
भारत के 10 सबसे बड़े megaproject
Table of Contents
2030 me bharat kaisa hoga
👉टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले मे 2030 तक भारत कहाँ तक पहुँच जाएगा.?
👉आधुनिकता के मामले 2030 तक, क्या भारत अन्य देशो को पीछे छोड़ पाएगा?
👉क्या 2030 तक भारत से ग़रीबी और बेरोजगारी काफ़ी हद तक खत्म हो जाएगी ? या फिर इसका उल्टा होगा?
👉क्या 2030 तक भारत ट्रैफिक polution पर कंट्रोल पा चुका होगा?
तो स्वागत है आपका ज्ञान के इस महाकुम्भ मे, सब्र बनाए रखिये और बने वीडियो के अंत तक क्योंकि आज हम उठाने जा रहे है इन तमाम सवालों से पर्दा उठाने.
दोस्तों सबसे पहले तो 2030 तक आपको जो सबसे बेहतरीन सौगात मिलने वाली है वो है बुलेट ट्रैन,जो की भारत के मेगा ट्रांसपोर्टेशन प्रोजेक्ट्स मे से एक है. इस प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है. सबसे पहली बुलेट ट्रैन अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलाई जाएगी. इसके बाद 2040 तक लगभग हर बड़े राज्यों से इसे जोड़ने के लिए तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर develop किये जाएंगे.यानी घंटो का सफर मिंटो मे तय हुआ करेगा.
इसके इलावा 2030 आते आते भारत के हर राज्य मे मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट्स पूरे हो चुके होंगे जिसका लुफ्त उठाते हुए हर भारतीय अपना पैसा और कीमती समय, दोनों बचा पाएगा.
रोड ट्रांसपोर्टेशन प्रोजेक्ट्स के अंतर्गत एक और बेहतरीन प्रोजेक्ट्स है जिसका नाम है, Port टैक्सी, दरअसल ये मेट्रो की तर्ज पर भी बनाई जा रही है जो जमीन की बजाय हवा मे झूलते ट्रेक पर चलेगी…जैसा की आप वीडियो मे देख पा रहे है.. यह कुछ इस तरह से होगी.
यह बहुत ही एडवांस टेक्नोलोजी से लेस होगी, सबसे बड़ी बात तो इसमें किसी ड्राइवर की भी जरूरत नहीं, यह आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स की मदद से खुद ही आपको आपकी मंजिल तक पहुँचाएगी और यह सब कुछ स्टेशन से ही कंट्रोल किया जाएगा.
इस तरह कोई पोलूशन भी नहीं होगा क्योंकि ये इलेक्ट्रीसिटी की मदद से चलेगी. इससे जुड़ी एक एपलिकेश को develop किया जाएगा, जिसे आपको बस अपने डिवाइस मे इनस्टॉल करना है, और अपनी लोकेशन भेजनी है, फिर आप किसी भी port टैक्सी स्टेशन पर खड़े होंगे तो यह तुरंत आपकी लोकेशन ट्रैक करती हुई आप तक पहुँच जाएगी.
इस प्रोजेक्ट्स पर बहुत तेजी से काम चल रहा है.रिपोर्ट्स के अनुसार 2030 तक आम जनता इसका लुफ्त उठा पाएगी.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स…
दोस्तों 2030 मे भारत के कई बड़े राज्य स्मार्ट सिटी मे बदल चुके होंगे. जिसमे पर्यावरण को ध्यान मे रखते हुआ ग्रीन फील्ड और ब्राउन फील्ड दोनों तरह के पोजेक्ट्स शामिल होंगे.
ये स्मार्ट सिटी आज के दुबई, फ़्रांस और चाइना के शंघाई जैसे ही दिखेंगे पर वे इनसे कहीं ज़ादा एडवांस और आधुनिक होंगे.
2030 तक भारत का नागरिक 7G नेटवर्क टेक्नोलोजी का इतसमाल कर रहा होगा…जो की इतना एडवांस और फ़ास्ट होगा जिसका उदाहरण आप अपनी स्क्रीन पर देख रहे है.
सिर्फ यही नहीं, 2030 के स्मार्ट फोन आज के मोबाइल डिवाइस के मुकाबले काफ़ी ज़ादा आधुनिक होंगे.. उन स्मार्ट फोन्स की बैटरी पवार भी आज के मुकाबले दोगुना होंगी.
ऐसे फीचर्स आ चुके होंगे जिनसे आप अपने कई डिजिटली वर्क चुटकीयों मे ही कर पाएंगे
अब तरक्की और आधुनिकता की बात हो रही है, फिर ऐसे मे भारतीय अंतरिक्ष विज्ञानं की बात ना हो तो ये नाइंसाफी होगी.
जी हाँ दोस्तों, तेजी से बदल रहे भारत मे आधुनिका की इस रेस मे हमारा ISRO भी पीछे नहीं रहेगा…बल्कि वो भी काफ़ी आधुनिक हो चुका होगा जिसके चलते ISRo ना सिर्फ अपने कई प्रोजेक्ट्स को पूरा कर चुका होगा बल्कि isro ऐसे आधुनिक रॉकेट भी बना चुका होगा की isro और अंतरिक्ष के बीच की दूरिया सिमट कर कुछ यूँ हो चुकी होंगी मानो मेट्रो से दिल्ली to मुंबई जाना.
अब दोस्तों बात अगर एग्रीकल्चर की भी करे to 2030 तक खेती करने के लिए ऐसी ऐसी आधुनिक मशीने आ जाएंगी जिनसे खेती करना ना सिर्फ आसान हो जाएगा बल्कि प्रोडक्शन को भी बढाएंगी. एग्रीकल्चर सेक्टर को और ज़ादा develop करने और उसे आधुनिक बनाने मे सरकार बहुत जोर दे रही है.
जिस हिसाब से किसान भाई ऑर्गेनिक खेती की तरह तेजी से जागरूक हो रहे और उसे अपना रहे है, उस हिसाब से 2030 तक 80% खेती ऑर्गेनिक तरीके से होने लगेगी. जिससे मिट्टी की उर्वरकता, उपजाऊ शक्ति और जादा बढ़ेगी तथा ज़ादा पैदावार प्राप्त होगी.वहीं दूसरी तरफ मॉडर्न खेती को भी बढावा दिया जा रहा जिससे बुआई सिचाई निराई और कटाई तक सब कुछ आधुनिक तरिके से होने लगेगा…इस तरह 2030 तक एग्रीकल्चर मे भी बड़ा बदलाब देखने को मिलेगा.
आपको बता दे अभी के समय मे अंतराष्ट्रीय स्तर पर हमारा भारत GDP के मामले मे छठे स्थान पर आता है वहीं GDP की जो तमाम रिपोर्ट्स है उसके अनुसार 2030 तक भारत चौथे या पांचवे स्थान तक पहुँच जाएगा.वो भी अगर किसी तरह की कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा या महामारी ना आए तो.
बढ़ती जनसंख्या करेगी बड़ा कमाल –
जी हाँ दोस्तों जिस रफ्तार से भारत की जनसंख्या बढ़ रही है उस हिसाब लगता है की 2030 आते आते भारत मे ग़रीबी का स्तर आसमान छू रहा होगा, लेकिन आपको बता दे की ऐसा कुछ नहीं होगा, क्योंकि कुछ ऐसे प्रोजेक्ट्स व योजनाओं पर काम हो रहा है जिसके अनुसार 2030 तक वो जनता जो बेहद गरीब है उनमे से 80 से 90% जनता को मिडल क्लास मे शिफ्ट कर दिया जाएगा… उसके बाद अगले 5 सालो तक भारत मे कोई गरीब नहीं होगा, हर गरीब मिडल क्लास मे शिफ्ट हो चुका होगा.जिसका सीधा फायदा economy को होगा क्योंकि तब भारत की पूरी आबादी मे यही 80% मिडल क्लास के लोग भारत की GDP मे सबसे बड़ी भूमिका निभा रहे होंगे.
सिर्फ यही नहीं इसी बढ़ती जनसंख्या का एक बड़ा फायदा यह होगा की 2030 तक मोबाइल यूजर और इंटरनेट यूजर की संख्या 70करोड़ से बढ़ कर 120 करोड़ हो चुकी होगी. यानी भारत मे ज़ादा लोग डिजिटल दुनियाँ मे प्रवेश कर, जानकारिया जुटा कर तेजी से अपनी skill develop कर रहे होंगे और आत्म निर्भर भी बन रहे होंगे.
अब दोस्तों वहीं अगर हॉस्पिटल की बात करे तो, यह बहुत इस आधुनिककरण से अछूता नहीं रहेगा. इस क्षेत्र मे भी बहुत सी ऐसी आधुनिक मशीने भारत के तमाम हॉस्पिटल मे मौजूद होंगी जिनका आम नागरिक भी अपना इलाज करवा पाएगा.
इन आधुनिक मशीनों से कई बड़े बड़े ऑपरेशन करने पहले से आसान हो चुके होंगे और सफलता पूर्वक किये जा सकेंगे.सरकारी हॉस्पिटलो की हालत मे बड़ा सुधार देखने को मिलेगा और कई आधुनिक मशीनों से जल्द से जल्द लोगो का इलाज किया जा सकेगा. यानी इस आधुनिककरण से सरकारी हॉस्पिटलो मे मशीनों की कमी के चलते इमरजेंसी केसीस के दौरान मृत्यु दर बहुत कम हो जाएंगी. जादा से जादा मरीजों का समय रहते इलाज किया जा सकेगा. सिर्फ यही नहीं जिन इलाकों मे सरकारी अस्पताल नहीं है वहाँ अस्पतालो खुल जाएंगे.
तो दोस्तों जैसा की हर सिक्के के दो पहलु होते है वैसे ही मानव निर्मित चीजों के कुछ नुकसान भी देखने को मिल सकते है.
यह सच्च है की भारत अब तरक्की के क्षेत्र मे तेजी से आगे बढ़ रहा है कई चीजे बदल रही है.
और इसी बदलाव मे इंसान टेक्नोलोजी की दुनियाँ मे खोता ही जा रहा है. जिससे आने वाले समय मे वह प्रकिति से बिलकुल जुदा हो जाएगा.यानी होकर वो डिजिटली दुनियाँ मे ही रह कर असल जिंदगी से कोसो दूर हो जाएगा.
अपने शरीर को स्वस्थ रखने जैसी तमाम फिजिकल एक्टिविटी के लिए वक़्त नहीं निकाल पाएगा. बिमारियों के चलते इंसान की उम्र बहुत कम भी हो चुकी होंगी.
इसलिए आने वाले अपने बदलते भविष्य मे आप अगर लम्बा स्वस्थ और सुकून भरा जीवन जीना चाहते हो तो फिजिकल एक्टिविटी ज़ादा करे और प्रकृति से जुड़े रहे.
आप आधुनिक भारत का हिस्सा जरूर बने पर अपनी सेहत का भी ख्याल रखे क्योंकि सेहत अच्छी होगी तभी आओ आधुनिक भारत का आनंद उठा पाएंगे.
फिलहाल आज के लिए इतना ही दोस्तों,
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