Nakli note kaise chape jate hai – bharat me note kaise chape jate hai दोस्तों बचपन में आपको कभी ना कभी ऐसा जरूर लगा होगा कि काश मेरे पास नोट छापने की मशीन होती तो मैं उससे इतने सारे नोट छाप लेता, जिससे मुझे कभी काम ही ना करना पड़े और फिर मस्त ऐशो-आराम की जिंदगी जीता,
लेकिन बड़े होने पर पता चला कि भैया,,,,,,ये तो मुंगेरीलाल हसीन सपने ही थे, रियालिटी में ये गैर कानूनी काम है और ऐसा करते हुए यदि पकड़े गए तो जेल में चक्की चलानी पड़ेगी, लेकिन अभी भी कई लोग हैं जो यह बात नहीं समझते और धड़ल्ले से नकली नोट छाप रहे हैं, उनका यूज भी कर रहे हैं।
आए दिन हमें News में सुनने को मिलता हैं कि फला व्यक्ति इतने लाख के नकली Note के साथ पकड़ा गया।
अब सवाल उठता है कि क्या नकली नोट
छापना इतना आसान है? तो दोस्तों यही आज की इस जानकारी में हम आपको बताने वाले हैं। आज हम आपको बताएंगे कि ऐसे कितने तरीके है जिससे लोग नकली नोट छापने का कारोबार कर रहे हैं?
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nakli note kaise chape jate hai
दोस्तों नकली नोटों का डर हमारे लिए कोई नई बात नहीं है, हम इसे कई सालों से फेस कर आरहे रहे हैं, लेकिन पहले यह डर सिर्फ 500-1000 की बड़ी नोटों पर हुआ करता था, और आज 50 और ₹100 के भी नकली नोट चलने लगे हैं तो आप समझ सकते हो कि सिचुएशन एक्चुअल में कितनी क्रिटिकल है.
2013 में FATF ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि संख्या के लिहाज से भारतीय रुपया!! दुनिया की 9वी ऐसी करेंसी है जिसके फर्जी नोट छपते हैं और वैल्यूएशन के लिहाज से यह दुनिया की तीसरी करेंसी है, तो समस्या तो बड़ी है भैया……
Rbi नोट छापने का काम महि करती
, इसीलिए गवर्नमेंट और आरबीआई समय-समय पर कई ऐसे डिसीजंस लेती है जिससे मार्केट में चल रहे नकली नोटों को निकाला जा सके, जैसे 8 नवंबर 2016 में नोटबंदी हुई थी जो की इसी का एक पार्ट था।
जिसके बाद 500 रुपए के नए डिजाइन की नोट मार्केट में आए, 1000 के Note को तो परमानेंटली बंद ही कर दिया गया और उसकी जगह 2000 के नोट का चलन शुरू हुआ, लेकन परिस्थिति कुछ बदली?
बिल्कुल भी नहीं, क्योंकि आज भी 31%, 500 के नोट नकली है और 2000 के 56% नोट नकली है।
असली ओट नकली नोट की पहचान कैसे करे
हालांकि आरबीआई अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है!! कि असली और नकली नोट के बीच का अंतर लोगों को बताया जा सके, लेकिन उसके बावजूद आज नकली नोटों का कारोबार इतना ज्यादा बढ़ चुका है और साथ ही इतना उन्नत हो चुका है कि असली और नकली नोटों के बीच का अंतर पकड़ना एक सामान्य व्यक्ति के लिए काफी मुश्किल होता जा रहा है।
यदि आप इन बारीकियों को सही से समझने लगे ना!! तो आपके लिए असली- नकली नोट के बीच का अंतर समझना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा, जैसे 500 के असली और नकली नोट के बीच का सबसे बड़ा अंतर तो यह है कि ज़ब आप इन नोट को रोशनी मे ऊपर की तरह करके देखोगे तो
इसके दाहिने साइड पर सफेद रंग की पट्टी पर आपको गांधीजी दिखाई देते हैं और गांधीजी के कान के पास 500 लिखा हुआ दिखाई देता है, जबकि नकली नोट में ऐसा नहीं होता।
यहां तक कि आप सिक्को की भी पहचान कर सकते हैं, जैसे आपने देखा होगा कि कई सिक्कों में Star, Circle, Diamond Shape के साइन बने होते हैं, तो यदि Star बना है तो वह हैदराबाद का बना सिक्का है, यदि Circle का साइन है वह नोएडा का बना हुआ है और डायमंड है तो वह मुंबई का बना हुआ है।
हालांकि सिक्कों के केस में इतना ज्यादा डर नहीं है, क्योंकि नकली सिक्के नहीं चलते। सिक्के की वैल्यू भी इतनी ज्यादा नहीं होती, तो कोई नकली सिक्के बनाकर करेगा भी क्या?
लेकिन नकली नोटों का कारोबार धड़ल्ले से पाकिस्तान से चल रहा है, अधिकतर नकली नोट पाकिस्तान में बनते हैं और फिर उन्हें नेपाल या बांग्लादेश के रास्ते भारत में पहुंचाया जाता है।
बात करें ऐसे नोट बनाने के तरीकों की! तो कुल 5 तरीके हैं, जिनके जरिए नकली नोट बनाए जाते हैं, जिसमें सबसे पहला तरीका है कलर फोटोकॉपी के थ्रू.
इसमें ओरिजिनल नोट की कलर फोटो कॉपी की जाती है, और फिर उसे ही मार्केट में चलाया जाता है, हालांकि कलर बिल्कुल ओरिजिनल नोट की तरह नहीं दिखाई देता, फिर भी लोग ऐसी फर्जी नोट चला लेते है।
दूसरा तरीका है फोटोग्राफी करके, जिसमें सेम वैसा ही प्रोसीजर फॉलो किया जाता है जैसे किसी फोटो को बनाने में कोई फोटोग्राफर करता है। आपको पता ही होगा कि फोटो क्लिक करने के बाद उसको कागज में उतारने के लिए एक Dark कमरे में ले जाया जाता है जहां कुछ केमिकल्स और स्पेशल इक्विपमेंट का यूज करके फोटो को एक्चुअल फॉर्म दिया जाता है।
तीसरा तरीका है हाथ से हूबहू नोट की पेंटिंग बनाकर, हालांकि यह काफी स्किलफुल पर्सन ही कर सकता है, साथ ही काफी ज्यादा टाइम टेकिंग भी है इसलिए इस तरह नोट बहुत कम ही बनाए जाते है, लेकिन फिर भी कई लोग ऐसे नोट बनाते हैं और उन्हें धड़ल्ले से चलाते भी हैं।
बात करें इसके चौथे तरीके की तो यह Same वैसा ही है जैसा शादी इत्यादि का कार्ड छपवाने में use होता हैं।
आपने कभी देखा होगा कि किसी कॉइन का चित्र Copy करने के लिए उसके ऊपर एक कागज लगाते है और फिर ऊपर से पेंसिल Rub करते है जिससे Coin की छाप हूबहू कागज में पड़ जाता है। सेम यही तरीका नोट बनाने के लिए भी यूज किया जाता है।
और पांचवी जो कि सबसे एडवांस टेक्निक है, वो है लिथोग्राफी.
दोस्तो लिथोग्राफी टेक्निक में पत्थर का यूज किया जाता है, इसमें कई सारे पत्थर के ऊपर नोटों की हूबहू आकृति रेडी करके उन्हें छाप दिया जाता है, इसके बाद उस वाटर कलर के साथ कई और कलर का यूज करके नोटों पर Finishing कर दी जाती है। एक बार नकली नोट में अच्छी फिनिशिंग हो गई तो भैया…उसके बाद असली और नकली नोट के अंतर को पहचान पाना बहुत मुश्किल हो जाता है, खासकर रात में,
और नकली नोट अधिकतर रात के समय ही भीड़भाड़ वाले जगहों में चलाए जाते है।
जाते जाते आपको बता दे कि भारत मे सिर्फ 4 ही जगह में आधिकारिक तौर पर नोट की छपाई होती है, देवास, सलबोनी, मैसूर और नासिक।
तो दोस्तों ये थी हमारी आज की Video. उम्मीद है आपको कुछ नया जानने को मिला होगा, Video पसंद आया हो तो Like share जरूर करें।
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