Causes of Diabetes – खान पान एवं लाइफ स्टाइल की गलत आदतें जैसे मधुर एवं भारी भोज का अधिक सेवन करना, चाय, दूध आदि में चीनी का ज्यादा सेवन, कोल्ड ड्रिंक्स एवं अन्य सॉफ्ट ड्रिंक्स अधिक पीना, शारीरिक परिश्रम ना करना, मोटापा, तनाव, धूम्रपान, तम्बाकू, आनुवंशिकता आदि Diabetes के प्रमुख कारण हैं ।
गलत खानपान:
अधिक वसा वाला भोजन, फाइबर रहित भोजन तथा जंक फ़ूड खाने से पाचन तंत्र तथा pancreasपर बुरा असर पड़ता है। ऐसा भोजन करने से pancreasअस्वस्थ हो जाता है तथा इन्सुलिन का कम निर्माण करता है निर्माण बंद कर देता है।
Causes of Diabetes
अत्यधिक मीठे का सेवन:
अधिक मीठा खाने से हमारा वजन तेजी से बढ़ता है और अधिक वजन वाले व्यक्तियों को डायबिटीज होने का खतरा अधिक होता है.
उम्र का बढ़ना:
उम्र के बढ़ने के साथ साथ शरीर में कई बदलाव आते हैं, उनमें से एक है इन्सुलिन का कम बनना। वृद्ध लोगों में अक्सर यह बिमारी देखने को मिलती है।
वंशानुगत कारण
यदि आपके माता पिता को यह बीमारी है तो संभावनाएं हैं की आप को भी यह रोग हो सकता है।
गर्भावस्था
गर्भ धारण की हुई स्त्री को भी मधुमेह हो सकता है। गर्भ धारण करने के दौरान शरीर इन्सुलिन को respondनहीं कर पाता है जिसके कारण मधुमेह हो सकता है।
Causes of Diabetes
डायबिटीज के लक्षण (Diabetes Symptoms)-
बार बार पेशाब लगना, प्यास ज्यादा लगना, भूखज्यादालगना, बिना काम करे भी थकानहोना, शरीर में कहींघाव होने पर जल्दी ठीक ना होना तथात्वचा का बार बार इन्फेक्शन होना। ये सब डायबिटीज के लक्षणहैं।
यदि इनमे से कुछ लक्षण लगातार दिखाई दें तो खून में शुगर की जाँच अवश्य करवानी चाहिए
यह जाँचबहुत सामान्य और सस्ती होती है जो छोटी छोटी लैब्स में आसानी से हो जाती हैं इसके लिए शुगर का शक होने पर दिन में किसी भी समय (ब्लड शुगर- रैंडम) जाँच करवाई जा सकती है या बार -बार जरुरत पड़े तो जाँच करने की मशीन घर पर लायी जा सकती है जो ज्यादा महँगी नहीं होती।
how to reduce sugar level home remedies
Diabetesमें किन खाने-पीने की चीजों का सेवन कम करें :sugar me kya nahi khana chahiye
no sugar diet food list Diabetesमें किन खाने-पीने की चीजों का सेवन करें :
खूब पानी पीएं , अंगूर,अनार का रस, भारतीय ब्लैकबेरी, केला, सेब, अंजीर, काली बेरी, कीवी फल, खट्टे, फल, ककड़ी, सलाद पत्ता, प्याज, लहसुन ,मूली, टमाटर, गाजर, पत्तियों, पालक शलजम, गोभी औररंगीन सब्जियों, बिना शक्कर फलों के रस, कच्चा केला ,कच्ची मूंगफली, टमाटर, केले, खरबूजे, सूखे मटर, आलू, सेब साइडर सिरका, स्किम्ड दूध पाउडर, गेहूं ,दलिया, बादाम, मटर, अनाज, छोला, बंगाल चना , काला चना, दाल , मकई , सोया अंकुरित फलियां, रोटी ,गेहूं की भूसी,
whole grain bread, मट्ठा, दही, इत्यादि.
Causes of Diabetes
डायबिटीज रोग के उपद्रव (Complications of Diabetes)
यदि मधुमेह रोग का समय पर पता ना चले या पता चलने पर भी खान पान तथा जीवन शैली में लगातार लापरवाहीकी जाये और समुचित चिकित्सा ना की जाये तोखून में सामान्य से अधिक बढ़ा हुआ शुगर का
लेवल शरीर के अनेक अंगों जैसे गुर्दे (Kidney),ह्रदय (Heart),धमनियां (Arteries)आँखें (Eyes)त्वचा (Skin) तथा नाड़ी तंत्र (Nervous System) को नुकसान पहुँचाना शुरू कर देता है और जब तक रोगी संभलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होतीहै।
डायबिटीज की चिकित्सा-व उपचार:-how to reduce sugar level home remedies
1.ख़ान पान में सुधार करें– treatment of diabetes in hindi
चीनी (sugar) एवं अन्य मीठे पदार्थो का सेवन कम से कम करें या ना करें, चोकर युक्त आटा, हरी सब्जियां ज्यादा खाएं, मीठे फलों को छोड़ कर अन्य फल खाएं,
एक बार में ज्यादा खाने की बजाय भोजन को छोटे छोटे अंतराल में लें, घी तेल से बनी एवं तली भुनी चीजें जैसे- समोसे, कचौड़ी, पूड़ी, परांठे आदि का सेवन कम से कम करें, गेहूँ, जौ एवं चने को मिला कर बनाई हुई यानि मिस्सी रोटी शुगर की बीमारी में बहुत फायदेमंद होती है।
2.शारीरिक रूप से सक्रिय रहे –treatment of diabetes in hindi
नित्य व्यायाम करना, योग प्राणायाम का नियमित अभ्यास करना, सुबह शाम चहल कदमी (Morning Evening walk) करना मधुमेह रोग में शुगर कंट्रोल करने के लिए बहुत लाभदायक है तथा मोटापा नियंत्रण में रहता है जो की डायबिटीज का महत्वपूर्ण कारण है।
मधुमेह रोग में तनाव की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है तनाव से बचने की पूरी कोशिश करें। स्ट्रेसयातनावकेकारणों को आपसी बात चीत से हल करें, योगा, प्राणायाम, ध्यान तथा सुबह शाम घूमने से स्ट्रेस कंट्रोल करने में सहायता मिलतीहै।
4. घरेलुउपाय ( Home Remedies for Diabetes in Hindi )
आयुर्वेद की कुछ जड़ी बूटियां मधुमेह रोग मेंबहुत उपयोगी हैं इनका सेवन डायबिटीज में बहुत लम्बेसमय से कियाजा रहा है आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी डायबिटीज में इनकी उपयोगिता सिद्ध कर चुका है।
दाना मेथी – sugar ka ayurvedic ilaj
दाना मेथी मधुमेह में बहुत उपयोगी है इसके लिए एक या दो चम्मच दाना मेथी को एक गिलास पानी में रात मेंभिगो देते है सुबह मेथी को चबा चबा कर खा लेते हैं तथा मेथी के पानी को पी लेते हैं या मेथी का चूर्ण या सब्जी बना कर भी सेवन कर सकते हैं।
करेला – sugar ka ayurvedic ilaj
करेला भी डायबिटीज के लिए अति महत्पूर्ण है इसके लिए करेले का जूस अकेले या आंवले
के जूस में मिला कर 100-125 Ml की मात्रा में सुबह शाम भूखे पेट लें साथ ही करेले की सब्जी
बनाकर या चूर्ण के रूप में भी सेवन कर सकते हैं।
जामुन –sugar ka ayurvedic ilaj
जामुन का फल खानेमें जितना स्वादिस्ट और रुचिकारक होता है उतनाही शुगर की तकलीफ में लाभदायकहोताहै इसके लिए जामुन के सीजन में जामुन के फल खाए जा सकते हैं तथा सीजन ना होने पर जामुन की गुठली का चूर्ण सुबह शाम भूखेपेट पानी से ले सकते हैं।
विजयसार – sugar ka ayurvedic ilaj
विजयसार को ना केवल आयुर्वेद बल्कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी डायबिटीज में बहुत उपयोगीमानता है इसके लिए विजयसार की लकड़ी से बने गिलास में रात में पानी भर कर रख दिया जाता है सुबह भूखे पेट इस पानी को पी लिया जाता है विजयसार की लकड़ी में पाये जाने वाले तत्व रक्त में इन्सुलिनके स्राव को बढ़ाने में सहायता करते हैं।
treatment of diabetes in hindi
मधुमेह नाशक पाउडर –how to control diabetes
इसके लिए गिलोय, गुड़मार, कुटकी, बिल्व पत्र, जामुनकी गुठली, हरड़, चिरायता, आंवला, काली जीरी, तेज पत्र, बहेड़ा नीम पत्र एवं अन्य जड़ी बूटियों को एक निश्चित अनुपात में लेकर पाउडर बनाया जाता है जो की डायबिटीज में बहुत फायदेमंद साबित होता है।
उपरोक्त उपाय जरुरत के अनुसार उपयोग करने चाहियें, खून में शुगर का लेवल कम ना हो जाये इसलिए समय समयपर शुगर चैक करते रहना चाहिए।
औषधियां-how to control diabetes
यदि खून में शुगर की मात्रा ज्यादा बढ़ी हुई नहीं होतो उपरोक्त उपायों से आराम अवश्य मिलताहै किन्तु यदि खून में शुगर लेवल ज्यादा हो तो चिकित्सक की राय अवश्य लेनी चाहिए, इसके लिए एलोपैथी में इन्सुलिन के इंजेक्शन तथा मुख से सेवन करने वाली गोलियों आदि का प्रयोग किया जाता है तथा आयुर्वेद में बसंत कुसुमाकर रस,
शिलाजत्वादि वटी, चन्द्र प्रभा वटी, शुद्ध शिलाजीत तथा अन्य अनेक दवाओं का प्रयोग किया जाता है ये दवाइयाँ डायबिटीज में बहुत फायदेमंद होती हैं लेकिन इन्हे चिकित्सक की राय से ही सेवन करना चाहिए ।
अन्य घरेलू नुस्खे:
जामुन के बीज के अतिरिक्त आप अन्य घरेलु नुस्खों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे:
नीम के पत्ते: नीम के पत्तों में कई औषधीय गुण होते हैं। इसके लिए आप नीम के पत्तों को धोकर morning में खाली पेट खाएं।
करेला: करेले में मधुमेह को कम करने के गुण होते हैं। रोज इसकी सब्ज़ी खाने से तथा इसका जूस पीने से लाभ मिलता है।
व्यायाम करें: विशेषज्ञ से ऐसे योग व व्यायाम के बारे में जानकारी लें जिनसे pancreas ठीक हो जाते हैं तथा इन्सुलीन का उत्पादन फिर से होने लगता है और फिर नियमित रूप से इन्हें करें.
आज कल ज़्यादातर लोग धन कमाने मे इतने व्यस्त हो गए हैं की अपनी सेहत की तरफ ध्यान ही नहीं देते।जिसके चलते मोटापा ,मधुमेह ,दिल की बीमारियाँ ,पेट की बीमारी ,जैसी नई नई छोटी बड़ी बीमारियों से घिरे जाते है .
लंबे समय तक जीवन का असली आनंद तभी ले पगोगे जब आप स्वस्थ रहोगे आपका शरीरी निरोगी रहेगा | धन तो फिर भी कमाया जा सकता है लेकिन एक बार स्वस्थ बिगड़ जाए तो बहुत मुश्किल से सुधरता है , या फिर सारी जिंदगी दवाइयों के सहारे चलना पड़ता है |इसलिए जीवन मे धन से जादा एक अच्छी सेहत का होना जरूरी है |
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