10 Diabetes Symptoms in Hindi- खान पान एवं लाइफ स्टाइल की गलत आदतें जैसे मधुर एवं भारी भोज का अधिक सेवन करना, चाय, दूध आदि में चीनी का ज्यादा सेवन, कोल्ड ड्रिंक्स एवं अन्य सॉफ्ट ड्रिंक्स अधिक पीना, शारीरिक परिश्रम ना करना, मोटापा, तनाव, धूम्रपान, तम्बाकू, आनुवंशिकता आदि Diabetes के प्रमुख कारण हैं
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10 Diabetes Symptoms in Hindi
1. भूख और थकान: आपका शरीर आप जो खाना खाते हैं उसे ग्लूकोज में कन्वर्ट करता है जिसे आपके सेल energyके लिए प्रयोग करते हैं.लेकिन आपके cellsको ग्लूकोज को अन्दर लाने के लिए इन्सुलिन की ज़रुरत होती है.
यदि आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं बनाता या अगर बनाता भी है तो आपके सेल्स उसको resistकरते हैं, तो ग्लूकोज cells में प्रवेश नहीं कर पाते और आपके अन्दर उर्जा नहीं रहती. जिस कारण से आपको सामान्य लोगों की अपेक्षा अधिक भूख लगती है और आप थका-थका सा महसूस करते हैं.
2. अधिक पेशाब और प्यास लगना: औसतन एक इंसान दिन भर में 6-7 बार पेशाब करता है, लेकिन यदि आपको इससे अधिक बार urinateकरना पड़ रहा है तो आपको डायबिटीज हो सकता है.
Diabetes Symptoms
होता क्या है कि डायबिटीज के कारण ब्लड में सुगार का लेवल नॉर्मलसे कहीं अधिक हो जाता है. ऐसा होने पर बॉडी पेशाब के जरिये excess sugarको शरीर से निकालने का प्रयास करती है.
चूँकि एक बार urinateकरने पर भी ब्लड में शुगर का लेवल कम नहीं होता इसलिए बॉडी extraशुगर को निकालने के लिए किडनी को काम पे लगा देती है. किडनी ब्लड को फ़िल्टर कर बार-बार यूरिन बनाती है और diseased personको frequently urinateकरना पड़ता है.
प्यास क्यों लगती है?
10 Diabetes Symptoms in Hindi
यूरिन के माध्यम से बॉडी से excess sugar निकालने के लिए हमारा शरीर पहले ब्लड को diluteकरता है जिसके लिए वह शरीर में मौजूद fluids (तरल पदार्थ)/ waterका उपयोग करता है. इस कारण से शरीर dehydratedहो जाता है और बार-बार प्यास लगती है.
3. मुंह सूखना और खुजली होना:
चूँकि diabetic person को बार-बार पेशाब होती हैऔर ये पेशाब बॉडी में मौजूद फ्लुइड्स (तरल) से बनती है इसलिए बाकी चीजों के लिए moistureकी कमी हो जाती है. ऐसा होने पर आप डीहाईड्रेटेड महसूस कर सकते हैं. शरीर में पानी की कमी के कारण मुंह सूखने लगता है और त्वचा में नमी की कमी skinको dryकर खुजली पैदा कर सकती है.
Diabetes Symptoms in Hindi
4. धुंधली दृष्टि:
जैसा कि हम जानते हैं बॉडी से excess sugar निकालने के लिए हमारा शरीर ब्लड को diluteकरता है जिसके लिए वह शरीर में मौजूद fluidsका उपयोग करता है. कई बार fluidsकी
movementकी वजह से कुछ fluidआँखों की lensesमें चला जाता है, जिससे लेंस swellहो जाते हैं. फूलने के कारण लेंस का शेप बदल जाता है और वह ठीक से फोकस नहीं कर पाता है. इसलिए चीजें धुंधली दिखाई देती हैं
कई बार इसका उल्टा भी होता है, यानी, lensesमें मजूद fluids pullहो जाते हैं और तब भी लेंस का शेप बिगड़ जाता है और चीजें धुंधली दिखाई देती हैं.
5. अचानक से वजन कम होना:
यदि आप unintentionallyअपना weight lose कर रहे हैं तो ये भी diabetesका एक symptomहो सकता है. ऐसा अधिकतर Type1 डायबिटीज में होता है लेकिन कभी-कभार टाइप 2 में भी ये लक्षण देखने को मिलता है.
Diabetes Symptoms
दरअसल, इन्सुलिन की कमी के कारण खून में मौजूद ग्लूकोज शरीर की कोशिकाओं (cells)तक नहीं पहुँच पाता और सेल्स ग्लूकोज को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल नहीं कर पाते… लेकिन बॉडी को एनर्जी तो चाहिए
ही, इसलिए वो उर्जा पाने के लिए body fatऔर musclesको burnकरने लगती है. Obviously,ऐसा होने पर शरीर का वजन तेजी से घटने लगता है.
6. मतली और उल्टी:
जब बॉडी अपने energy needs fulfillकरने के लिएफैट बर्न करती है तो वो साथ ही “ketones” produceकरती है. कीटोन्स आपके खून में खतरनाक लेवल तक बढ़ सकते हैं, जिस वजह से आपको पेट में परेशानी महसूस हो सकती है और आपको मतली और उलटी की शिकायत हो सकती है.
7. यीस्ट या फंगल इन्फेक्शन :
डायबेटिक व्यक्ति में ग्लूकोज अधिक मात्रा में होता है और यीस्ट को फलने-फूलने के लिए ग्लूकोज चाहिए होता है. इसलिए यदि आपको बार-बार यीस्ट इन्फेक्शन हो रहा है तो ये भी मधुमेह का एक लक्षण हो सकता है. आमतौर पर ये संक्रमण इन जगहों पर होता है:
उँगलियों के बीच में
स्तन के नीचे
सेक्स organsऔर जाँघों के आस-पास
8. घाव का देरी से भरना:
यदि आपका कोई घाव भरने में सामान्य से अधिक समय ले रहा है तो आपको डायबिटीज हो सकता है. दरअसल, diabetes की वजह से खून में बढ़ी हुआ ग्लूकोज की मात्रा, धीरे-धीरे आपकी नसों को प्रभावित कर सकती है
जिससे शरीर में bloodका circulation ठीक से नहीं हो पाता है. ऐसे में चोट लगी जगह पर भी सही मात्रा में ब्लड नहीं पहुँच पाता और साथ ही उसके साथ आने वाली ऑक्सीजन और nutrientsकी सप्लाई भी बाधित हो जाती है. इस वजह से घावों को ठीक होने में आवश्यकता से अधिक समय लगता है.
9. हाथ पैर में झुनझुनी होना / हाथ-पाँव सुन्न पड़ना
डायबिटीज के शुरूआती लक्षणअगर आपको डायबिटीज है और आपने उसे लम्बे समय तक कंट्रोल नहीं किया तो ये आपको nerves (नसों) को damage कर सकता है जिसे diabetic neuropathy कहते हैं.
हाथ-पैर इन nervesकी मदद से ही सिग्नल भेजते हैं. पर नसों को हुए नुक्सान की वजह से signal ठीक से पास नहीं हो पाते और आपको हाथ-पैर में झुनझुनी महसूस होती है.
10. मसूड़ों में घाव व सूजन
मधुमेह रोगाणुओं से लड़ने की आपकी क्षमता को कमजोर कर सकता है, इस कारण से आपके मसूड़ों और दांतों को जकड़ने वाली हड्डियों में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में आपके मसूड़े दांतों पर से हट सकते हैं, आपके दांत ढीले पड़ सकते हैं, या आपके मसूड़ों में घाव,मवाद या सूजन आ सकती है.
मधुमेह को silent killer भी कहते हैं क्योंकि बहुत बार इसके लक्षण साफ़ नहीं होते
और जो थोड़ी बहुत दिक्कत होती भी है तो आदमी उसे ignore कर देता है, और जब
बीमारी बहुत अधिक नुक्सान पहुंचा देती है तब इसका पता चलता है. लेकिन आप
ऐसा मत करिए, इन 10 लक्षणों में से अगर एक भी आपको महसूस हो रहा है तो
जल्द से जल्द अपने शुगर की जांच कराइए.
शुगर की जांच में कितने पैसे लगते हैं?
यह जांच बेहद सस्ती होती है.
50 रुपये fasting
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फास्टिंग वाली जांच में आपको बिना कुछ खाए-पिए सुबह-सुबह अपने ब्लड सैंपल देना होता है, जबकि रैंडम टेस्ट में आपको खाने के दो घंटे बाद अपना bloodsampleदेना होता है.
दोस्तों, मधुमेह की बीमारी एक lifestyle diseaseहै, अगर इसपर ध्यान ना दिया जाए तो ये हमारे लिए घातक हो सकती है लेकिन अगर हम समय रहते जान लेते हैं कि हम इस बीमारी से ग्रसित हैं तो इसे कंट्रोल करनाइतना भी मुश्किल नहीं है. इसलिए सबसे पहला स्टेप यही है कि हम पता करें कि हमें मधुमेह है या नहीं.
इसके लिए गिलोय, गुड़मार, कुटकी, बिल्व पत्र, जामुनकी गुठली, हरड़, चिरायता, आंवला, काली जीरी, तेज पत्र, बहेड़ा नीम पत्र एवं अन्य जड़ी बूटियों को एक निश्चित अनुपात में लेकर पाउडर बनाया जाता है जो की डायबिटीज में बहुत फायदेमंद साबित होता है।
उपरोक्त उपाय जरुरत के अनुसार उपयोग करने चाहियें, खून में शुगर का लेवल कम ना हो जाये इसलिए
समय समयपर शुगर चैक करते रहना चाहिए।
औषधियां-how to control diabetesयदि खून में शुगर की मात्रा ज्यादा बढ़ी हुई नहीं होतो उपरोक्त उपायों से आराम अवश्य मिलताहै किन्तु यदि खून में शुगर लेवल ज्यादा हो तो चिकित्सक की राय अवश्य लेनी चाहिए, इसके लिए एलोपैथी में इन्सुलिन के इंजेक्शन तथा मुख से सेवन करने वाली गोलियों आदि का प्रयोग किया जाता है तथा आयुर्वेद में बसंत कुसुमाकर रस,शिलाजत्वादि वटी, चन्द्र प्रभा वटी, शुद्ध शिलाजीत तथा अन्य अनेक दवाओं का प्रयोग किया जाता है ये दवाइयाँ डायबिटीज में बहुत फायदेमंद होती हैं लेकिन इन्हे चिकित्सक की राय से ही सेवन करना चाहिए ।
अन्य घरेलू नुस्खे:
जामुन के बीज के अतिरिक्त आप अन्य घरेलु नुस्खों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे:
नीम के पत्ते: नीम के पत्तों में कई औषधीय गुण होते हैं। इसके लिए आप नीम के पत्तों को धोकर morning में खाली पेट खाएं।
करेला: करेले में मधुमेह को कम करने के गुण होते हैं। रोज इसकी सब्ज़ी खाने से तथा इसका जूस पीने से लाभ मिलता है।
व्यायाम करें: विशेषज्ञ से ऐसे योग व व्यायाम के बारे में जानकारी लें जिनसे pancreas ठीक हो जाते हैं तथा इन्सुलीन का उत्पादन फिर से होने लगता है और फिर नियमित रूप से इन्हें करें.
आज कल ज़्यादातर लोग धन कमाने मे इतने व्यस्त हो गए हैं की अपनी सेहत की तरफ ध्यान ही नहीं देते।जिसके चलते मोटापा ,मधुमेह ,दिल की बीमारियाँ ,पेट की बीमारी ,जैसी नई नई छोटी बड़ी बीमारियों से घिरे जाते है .
लंबे समय तक जीवन का असली आनंद तभी ले पगोगे जब आप स्वस्थ रहोगे आपका शरीरी निरोगी रहेगा | धन तो फिर भी कमाया जा सकता है लेकिन एक बार स्वस्थ बिगड़ जाए तो बहुत मुश्किल से सुधरता है , या फिर सारी जिंदगी दवाइयों के सहारे चलना पड़ता है |इसलिए जीवन मे धन से जादा एक अच्छी सेहत का होना जरूरी है |
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