How to control your mind | दिमाग़ की ताकत को समझो

How to control your mind – नमस्कार दोस्तों स्वागत हैं आपका आज फिर से self improvement से जुड़ी एक और life change जानकारी मे जिसमे हम आपको विस्तार से और आसान तरीके से समझाएँगे की दिमाग़ को कंट्रोल कैसे किया जा सकता हैं.

दोस्तों! क्या आपने कभी विचार किया हैं की जीवन मे failure, stress,परेशानी का मूल कारण क्या हैं? वो मूल कारण हैं,हमारा बेलगाम मन, जो हमसे जीवन मे ऐसी क़ई क्रियाए करवा देतीं हैं जिनकी वजह से हमारा जीवन नाना प्रकार की दुख परेशानियों से घिर जाता हैं.क्योंकि हमारा माइंड हमारे कंट्रोल मे नहीं होता. कहीं ना कहीं हम अपने दिमाग़ के गुलाम बन चुके होते हैं.

दोस्तों जिस तरह हम पानी की बाल्टी मे हवा से भरे बेलून को बार बार दबाने की कोसिस करेंगे तो वो बैलूंस बार बार पानी के ऊपर आजाएँगे.

इसी तरह हमारा मन भी हैं ज़ब तक मन दुनियां भर के विचारों से लबा लब भरा रहेगा तब तक हम कितना भी सुख सुकून से भरे दरिया मे जाने की कोशिश क्यों ना कर लें,कोई लाभ नहीं, वो सुख सुकून हम अनुभव ही नहीं कर पाएंगे, क्योंकि सुख सुकून कहीं बाहर नहीं बल्कि मन मे ही होता हैं और मन तो पहले से जीवन को परेशानी मे डालने वाले विचारो से भरा पड़ा हैं.

हम कितनी कोशिश करते हैं की हमें उस चीज के बारे नहीं सोचना, उस इंसान के बारे नहीं सोचना, हमें उस घटना के बारे नहीं सोचना लेकिन होता क्या हैं?,”उल्टा” वो thoughts और भी ज़ादा हमारे मन मे आने लगते हैं क्यों, क्योंकि हम ऐसा करके ख़ुद ही बार बार अपने दिमाग़ को उसके बारे अटेंशन दे रहे होते हैं. जिससे ना चाह कर भी हमारा ध्यान उन्ही विचारों पर जाने लगता हैं जो हम नहीं सोचना चाहते.

इससे बाद ज़ब हम उन विचारों को इम्प्लीमेंट करते हैं तो life मे stress,परेशानियां और ज़ादा बढ़ने लगती हैं.तरह तरह के विचारों की वजह से हमारा दिमाग़ भी चारो तरफ भागने लगता हैं.

दोस्तों यदि एक बार आपने अपने माइंड को कंट्रोल करना सीख लिया तो आप अपनी life को अपने हिसाब से चला पाएंगे, आप जीवन मे जो पाना चाहोगे वो हासिल कर पाओगे.

जीवन मे बड़ी success पाने के लिये ख़ुद का माइंड पर कंट्रोल होना बहुत जरुरी हैं.

 

यदि आप दुनियां के सफल लोगो के बारे पढ़ोगे और जानोगे तो आपको उनकी life सस्टाइल से ये पता चलेगा की वो कैसे अपने powerfull mind को कंट्रोल करके अपनी life को और life की हर चीज को सही तरीके से मैनेज़ कर रहे होते हैं. वी हर चीज को इतना बेलेंस कर के चल रहे होते हैं की कोई भी दुख परेशानी उनकी life को प्रभावित नहीं कर पाती.

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ज़ब दिमाग़ हमारे कंट्रोल मे नहीं होता तो वह बेलगाम घोड़े की तरह चारो तरफ भागने की कोसिस करता हैं उसका दिमाग़ किसी भी एक चीज पर फोकस नहीं कर पाता और यहीं चीज दुनियां भर की परेशानियों को न्योता देने का काम करता हैं. जो इंसान अपनी life मे परेशान रहेगा हर वक़्त किसी ना किसी चिंता मे डूबा रहेगा तो आप स्वयं विचार करें की वो व्यक्ति life मे ग्रो कैसे कर सकता हैं. ऐसे मे ना तो उसकी रिलेशन life अच्छी होगी और ना ही करियर life.

तो आज हम इन्ही सब का समाधान लेकर आए गई.

तो चलिए जानते हैं

 दिमाग़ को कैसे कंट्रोल करें? How to control our mind? मन को विचारों का सैलाब आने से कैसे रोकना हैं, ख़ुद को भावनाओं मे बहने से कैसे रोकना हैं.

दोस्तों अपने दिमाग़ को कंट्रोल करने से पहले उसे समझना जरुरी हैं,

माइंड कंट्रोल करने से पहले हमें इस पर विचार करना जरुरी हैं की माइंड कंट्रोल करने का हमारा उदेश्य क्या हैं?

चलिए एक छोटी से एक्टिविटी करते हैं आपको अपनी आँखे 30 सेकेंड के लिये बंद करनी हैं वो भी पूरे पीस माइंड के साथ यानी दिमाग़ मे कोई thoughts नहीं लाने, पूरी तरह रिलैक्स होकर गहरी सांस लेकर आँखे बंद करो.साँसो की गति एक दम धीमी करते हुए.

तो दोस्तों अब धीरे धीरे आँखे खोलो, मै जानता हूँ आपमें से 95% लोगो का दिमाग़ इधर उधर ही भाग रहा होगा.इस दौरान आपने ये महसूस किया होगा की आपका माइंड कभी पास्ट की चीजों के बारे सोच रहा हैं तो future के बारे मे. मतलब दिमाग़ शांत नहीं खाली नहीं हों ओर रहा 5 सेकेंड के लिये भी.

कुल मिलाकर दोस्तों  यहीं दिमाग़ की functionality होती हैं की कुछ ना कुछ सोचते रहना. इसीलिए दिमाग़ मे हमेशा कुछ ना कुछ गुचुर मुचुर चलती रहती हैं.

जी हाँ दोस्तों यहीं सच्च हैं जिस तरह दिल का काम धड़कना हैं उसी तरह दिमाग़ का काम हैं सोचना.

How to control your mind | दिमाग़ की ताकत को समझो

अब हम दिमाग़ मे विचारों को आने से तो नहीं रोक सकते लेकिन क्या क्या सोचा जाना चाहिये या किन विचारों को मन मे प्रवेश दिया जाए ये हमारे ऊपर हैं हम इस पर जरूर कंट्रोल पा सकते हैं.

ऐसा तब होगा ज़ब हम अपना फोकस level बढाएंगे.मन मे वहीं विचार आएँगे जिन पर आप अपना ध्यान केंद्रित करेंगे.

मान लीजिये की आपको IAS बनना हैं आपने ये अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया, तो आपके मन ए IAS से जुड़े क़ई विचार पनपने लगेंगे.

यानी हम अपने जीवन मे जैसा माहौल बनाते है जिस तरह के मोहोल मे रहते हैं, जो भी करते हैं,जो भी देखते हैं तो हमारे दिमाग़ मे उन्हें से जुड़े विचार भी आने लगते हैं.

साइंस कहता हैं की ज़ब हम अपने मे multi tasking करते हैं तब हमारा दिमाग़ भी चारो तरफ भागना शुरू कर देता हैं दिमाग़ फोकस level एक चीज मे ना रहकर हर तरह लगने की कोशिश मे पूरी तरह उलझ जाता हैं. इससे कोई भी काम को हम बेहतर तरीके से अंजाम नहु दे पाते. किसी एक चीज पर एक काम पर फोकस करने से मन मे जो ideas आने थे वो नहीं आ पाते.

यहीं multitasking  हमारे आगे चलकर हमारी over thinking का, हमारे stress का, हमारे failure का बड़ा कारण बनता हैं.

इसीलिए जीवन मे हमेशा एक समय मे एक काम ही करें ताकी उसी पर पूरा फोकस लगाकर उससे सकारात्मक और बेहतर परिणाम प्राप्त कर सको.

तो अब सवाल ये उठता हैं की हम अपना फोकस level कैसे बढाए.

इसका सरल सा जवाब हैं वो हैं मेडिटेशन.

 

मेडिटेशन करने का सही तरीका – 

सबसे पहले एक साफ और शांत जगह चुनाव करें.अब वहाँ पर इस मुद्रा मे बैठो जैसा image मे दिखाया गया हैं.रीढ़ की हड्डी सीधी.

अब आँखे बंद करके रिलैक्स माइंड के साथ आराम से दो से तीन बार गहरी गहरी सांस लो, सांस को पूरा खींचने के बाद 4 से 5 सेकेंड hold रखकर ही सांस को छोड़ना हैं.

अब मन मे बिना कोई विचार लाते हुए छोटी छोटी और धीमी धीमी सांस लें. आपको अपने साँसो की गति पर फोकस करना हैं. कुछ देर ऐसे ही ध्यान की मुद्रा मे रहना हैं. आपको बस यहीं ध्यान लगाना हैं की आप साँसो कक कितनी देर और किस हद तक धीमा कर पाए.

कम से कम 5 मिनट तक ऐसा ही करना हैं, अब इसके बाद धीरे धीरे आँखे खोलो और गहरी सांस लेकर पैरों को फैला कर नॉर्मल रिलैक्स की अवस्था मे आजाओ.

अब आप देखेंगे की मन बहुत हल्का और रिलैक्स फील कर रहा होगा. और आपके मन मे विचार लहभग समाप्त हों चुके होंगे.

रोज इस अभ्यास को करना हैं और मेडिटेशन के समय को बढाना हैं यानी 5 मिनट से 10 मिनट फिर 15 मिनट. ऐसे.

यहीं मेडिटेशन का का सही तरीका हैं. यकीन मानो कुछ दिनों के अंदर ही आपको सकारात्मक परिणाम मिलने लगेंगे.

कुछ दिनों बाद आप अपने जीवन मे ये महसूर करोगे की, आप हर चीज को पहले के  मुकाबले बेहतर समझ पा रहे हैं. आप ख़ुद को stress free महसूस कर रहे हों, मन मे क़ई ideas आरहे हैं. आप ख़ुद को पहले से ज़ादा active महसूस कर रहे होंगे.

आप महसूस होगा की आपका फोकस level पहले से काफ़ी बेहतर हों गया हैं अब मन इधर उधर की बातो मे नहीं भाग रहा. आप जो चाहते हों सिर्फ वहीं विचार मन ने आरहे.

 

शर्त यहीं हैं की रोज नियमित रूप से सही नियम से ऐसे ही मेडिटेशन करना हैं. सुबह और शाम का समय सबसे बेहतर हैं.

 

How to control your mind 

सिर्फ यहीं आपको अपनी life मे वो अच्छी अच्छी चीजें देखनी पढ़नी और सुननी हैं जिनका आपके करियर से लेना देना हैं बाकी सब ज़िन्दगी से बाहर कर दो.

आप देखोगे की, आपके मन मे वहीं ideas और विचार आरहे जो आपके करियर मे हेल्पफुल हों सकती हैं.

यानी अब आपकी मर्जी के बिना मन मे वो विचार दस्तक नहीं दे सकते जो आप नहीं चाहते.

इस तरह आप ख़ुद अपने दिमाग़ को कंट्रोल करते हुए दिमाग़ के मालिक बन जाओगे.

आपका दिमाग़ उन्ही बातो पर फोकस करेगा जैसा आप अपने जीवन मे माहौल creat करोगे. 

आप अपने mobile मे भी सिर्फ वहीं video देखें जो आपके life स्टाइल को बेहतर बंनाने और self इम्प्रूवमेंट मे मदद करें. इससे आप ज़ब भी youtube open करेंगे आपके browser पर वही videos नजर आएंगी जो आपके लिये हेल्पफुल हैं.

 

इस तरह आपका दिमाग़ दूसरी गकत बातो की तरफ नहीं भटकेगा.

तो दोस्तों उम्मीद करता हूं की आप ये समझ गए होंगे की दिमाग़ को कंट्रोल कैसे करें how to control your mind. अब आप भी अपने दिमाग़ को कंट्रोल करके हर मुकाम हासिल कर सकते हों.

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