ये 5 ग़लत आदते आपको कभी सफल इंसान नहीं बनने देंगी | These 5 bad habits are the biggest obstacle to success hindi – These 5 Habits Won’t Let You Succeed
नमस्कार दोस्तों! स्वागत हैं आपका फिर से success and self एम्प्रूवमेंट से सम्बन्धित एक और आर्टिकल मे. आज हम आपको उन 5 ग़लत आदतों के बारे बताएंगे जिनकी वजह से इंसान कभी बड़ी कामयाबी, बड़ा लक्ष्य प्राप्त नहीं कर पाता.
गर जीवन मे सफल इंसान बनना हैं या बड़ी सफलता प्राप्त करनी हों तो सबसे पहले अपने अंदर की ये 5 ग़लत आदतें सुधारनी होंगी.
यदि आपने अपनी ये आदतें नहीं सुधारी तो ये 5 ग़लत आदतें आपको जीवन मे कभी कामयाब नहीं होने देंगी आप सफल इंसान नहीं बन सकोगे.
ये 5 ग़लत आदते आपको कभी सफल इंसान नहीं बनने देंगी
इन 5 आदतों की वजह से जीवन मे आप कोई भी बड़ा मुकाम प्राप्त नहीं कर सकते.तो चलिए जानते हैं की कैसे ये 5 आदते आपके मनोबल को और आपकी काबिलियत को खत्म कर देती हैं जिस वजह से तमाम कोशिशो के बाद भी कामयाबी प्राप्त नहीं होती.. How to these 5 wrong habit’s make you failure.
- कुएँ का मेंढक
- दोषारोपण
- अहंकार
- Over थिंकिंग
- भेड़ चाल –
1- कुएँ का मेंढक बने रहने की आदत – इस शब्द का अर्थ हैं कुएँ मे रहने वाला वो मेंढक जिसे ये लग रहा होता हैं की वो कुआँ ही दुनियां का सबसे बड़ा जलाशय हैं. क्योंकि उसने कुएँ के इलावा कोई और जलाशय तो देखा ही नहीं होता.
दोस्तों ये कहावत उन लोगो पर बिलकुल फिट बैठती हैं जो अक्सर ये सोचते हैं की जो ज्ञान जो जानकारी उनके पास हैं वो इनफ हैं उससे ज़ादा या उससे बेहतर कोई जानकारी दुनियां मे हैं ही नहीं, उन्हें लगता हैं उन्हें और कुछ सीखने की जरूरत हैं ही नहीं, उन्हें लगता हैं की वो जो काम कर रहे हैं वो सबसे बेहतर हैं इससे ज़ादा किसी काम मे तरक्की हैं, इससे ज़ादा पैसा किसी काम मे नहीं होगा.
भला ऐसे भ्र्म मे जीने वाले लोग जीवन मे आगे कैसे बढ़ सकते हैं.
कुएँ का मेंढक बनने की आदत पालना ख़ुद को एक ऐसे कम्फरटेबल जोन मे बाँधने जैसा हैं जिसमे वें अपनी काबिलियत को और ज़ादा निखारने का या और ज़ादा सीखने का प्रयास ही नहीं करते.
यानी ये ख़ुद को रेगिस्तान के उस ऊट की तरह समझने लगते हैं जो ख़ुद को सबसे उचा जीव समझ रहा होता हैं ज़ब तक की वह किसी विशालकाय हाथी को ना देख लें.
बहुत से लोगो की आदत ऐसी ही कुएँ का मेंढक बने रहने की होती है, जो मानो कसम खा चुके होते हैं की उन्हें आगे बढ़ना ही नहीं हैं.
2- दोषरोपण करने की आदत – दोस्तों! दोषारोपण करना नकारात्मक विचारधारा वाले व्यक्तियों की निशानी होती हैं.दुनियां मे बहुत से लोग ऐसे ही होते हैं जो अपनी नाकामयाबी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ते रहते हैं.
उन्हें हमेशा ये लगता हैं की उनकी हर नाकामयाबी के पीछे किसी इंसान वस्तु या परिस्थिति का ही हाथ होता हैं. जिसके चलते वें कभी अपनी किस्मत को दोष देंगे तो कभी अपने माता पिता को ये बोल कर कोसेंगे की काश मेरे माता पिता ने मुझे अच्छे स्कूल मे पढ़ाया होता, काश मेरे नाम कुछ सम्पत्ति की होती. यहाँ तक की ईश्वर को दोषी ठहराने मे भी तनिक गुरेज़ नहीं करेंगे
इस तरह के लोग अपनी नाकामयाबी की वजह ख़ुद को कभी ना मानकर अपनी गलती को कभी दूसरों के सामने शो off नहीं करेंगे.
ये लोग अपना पूरा एफर्ट लगाए बिना विफल होने पर ख़ुद की काबिलियत पर शक करने लगेंगे.
हमेशा याद रखो ज़ब तक आप स्वयं की गलतियों को सुधारने और अपनी काबिलियत को बढाने की बजाय दूसरों दोष लगते रहोगे तो तुम जीवन मे बड़ा मुकाम कभी प्राप्त नहीं सकोगे.
जिस दिन से अपनी गलतियों से सीख लेकर पुनः प्रयास करोगे तो सफलता अवश्य मिलेगी.
3- अहंकार – दोस्तों कहा जाता हैं की रावण जैसे ज्ञानी और बलशाली राजा को उसका अहंकार ही उसे लें डूबा था. अहंकार इंसान की बुद्धि को इस कदर हर लेता हैं की उसे इस बात का बिलकुल भी भी बोध नहीं रहता की वो दूसरों के साथ कितना ग़लत व्यवहार कर रहा उसे अपनी हर क्रिया प्रतिक्रिया सही लगती हैं.
अहंकारी व्यक्ति ज़ादातर डिसीजन ग़लत ही लेने लगता हैं.
कुछ लोगो को अपने सिमित ज्ञान का अहंकार होता हैं तो कुछ को अपनी धन सम्पत्ति का जिस वजह से वो एक अलग ही अकड़ मे रहते हैं. उनकी यहीं आदत उन्हें समाज मे लोगो की नजरो से गिराती हैं.
जीवन मे बड़ा मुकाम हासिल करना हैं तो समाज मे आपकी एक अच्छी छवि का होना बहुत जरुरी हैं ख़ास कर व्यापार और राजनीती मे.
ध्यान रहे, अहंकार, मनुष्य को जीवन मे आगे बढ़ने और सीखने की ललक को खत्म कर देता हैं.
Over thinking की आदत – दोस्तों over thinking का अर्थ हैं ज़ादा सोचने वाले लोग. इस तरह के लोग सोच तो बहुत कुछ लेते हैं पर कर कुछ नहीं पाते. यानी बड़े बड़े लक्ष्य बनाएंगे सपने सजाएंगे मन मे खूब प्लानिंग करेंगे पर उसे real life मे implement कभी नहीं कर पाते. सिर्फ यहीं नहीं over thinking आपको नकारात्मक परिणामो की ओर लें जाती हैं.
Over thinking की आदत लोगो को छोटी छोटी प्रॉब्लम्स पर भी ज़ादा सोचने पर मजबूर कर देती हैं नतीजा ये होता हैं की हमारा mindset बड़े बड़े लक्ष्य या काम से हट कर उन छोटी छोटी चीजों पर ही सिमित रह जाता हैं जिससे बड़े बड़े goal अचीव करने मे बहुत वक़्त लग जाता हैं. या फिर हम अपने मेन गोल से ही भटक जाते हैं.
इस तरह over thinking mind आपको आपके goal से भटकाने का भी करती हैं. इसलिए जीवन मे गर बड़ा मुकाम प्राप्त करना हैं तो अपनी over thinking की आदत को सुधारो.
उतना ही सोचो जितना real life मे easily implement कर पाओ और अपने टारगेट को अचीव कर पाओ. ज़ादा सोचने वाला व्यक्ति अक्सर सोचता ही रह जाता हैं वह एक्शन लेने मे बहुत देर कर देते हैं जिससे उनका लक्ष्य उनसे दूर होता चला जाता हैं.
5- भेड़ चाल चलने की आदत – दोस्तों आपने अक्सर देखा होगा की भेड़ो के झुण्ड मे कोई सरदार नहीं होता वहाँ हर बगैड एक दूसरे को फॉलो कर रहो होती हैं यहीं से शुरुआत हुई भेड़ चाल शब्द की जो की एक कहावत बन गई हैं और अफ़सोस की बात हैं की बहुत से लोग ओस कहावत पर पूरे फिट बैठते हैं.
यदि आपको लगे हर कोई कोई ना कोई job कर रहा और आपका भी मन वहीं करने को करें तो समझ जाना की आप अपनी काबिलियत का गला दबा कर भेड़ चाल मे प्रवेश कर चुके हैं.
यह दूसरों की strategy को copy करने जैसा है जिससे आपको थोड़ी सी या छोटी सी सालता जरूर मिल जाएंगी पर बड़ा मुकाम कभी प्राप्त नही होगा |
जिसके पास ख़ुद की कोई strategy नहीं होती की क्या करना हैं कैसे करना हैं, जिसके पास ख़ुद का कुछ नया करने का कोई idea नहीं होता या साहस नहीं होता तो ऐसे लोग अक्सर वही करना शुरू कर देते हैं जो दूसरे लोग कर रहे होते हैं फिर चाहे वो job हों या कोई भी दूसरा कोई काम जिससे पैसे कमाए जा सके. इसे कहा जाता हैं भेड़ चाल, कुछ लोग ऐसे ही होते हैं, वो पहले देखेंगे की उनके मोहल्ले मे लोग ऐसा व्यवसाय कर रहे और खूब कमा रहे तक वो भी उसी काम को शुरू कर देते हैं, एक तरह से उन्ही की copy करने लगते हैं. तो ऐसे लोग बहुत आगे तक नहीं जा पाते.
भेड़ चाल वाले लोगो को अपनी काबिलियत पर कभी भरोसा नहीं होता उनके मन मे फेलियर का डर बना रहता हैं.
भेड़ चाल चलने वाले लोग हमेशा पीछे ही रहते हैं वें कभी ख़ुद के दम पर बड़े मुकाम नहीं प्राप्त कर सकते.
क्योंकि ज़ब शुरुआत ही भेड़ चाल जैसी मानसिकता से की थी तो मन मे उस काम को अलग level तक लेजाने की हिम्मत कहाँ से आएगी.
हालांकि इसमें कोई बुराई नहीं की जो दूसरे कर रहे वो आप भी करो, हाँ बिलकुल करो पर उस तरह नहीं जैसे आपका कम्पिटिटर कर रहा हैं, आपका तरीका आपकी स्ट्रेटेजी उससे अलग और बेहतर होनी चाहिये.
अगर किसी को देख कर आपको लगे की इससे बेहतर तो मै कर सकता हूँ तभी आप उस काम शुरू करो वो भी एक अच्छी strategy के साथ.
इसके इलावा, वर्तमान समय मे दुनियां मे क़ई ऐसे सफल लोग मौजूद हैं जिन्होंने तमाम संघर्ष के बाद अपनी काबिलियत के दम पर वो बड़े बड़े मुकाम प्राप्त किये हैं जिस वजह से वें करोड़ो लोगो के लिये एक बहुत बड़ी inspiration हैं.
लेकिन इन सभी लोगो मे कुछ चीजें बहुत ही कॉमन हैं वो ये की ये सभी books जरूर पढ़ते इससे इनकी knowledge, और व्यक्तितत्त्व मे बहुत इज़ाफ़ा होता हैं. ये सभी लोग अपने जीवन के हर एक क्षण को पूरी तरह मैनेज कर के चलते हैं समय का पूरा सदुपयोग करते हैं.फिर चाहे वो एलोन मस्क हों, बिलगेट्स हों, मार्कजुकर्बर्ग हों, धीरूभाई अम्बानी हों, वारेनबफेट हों या दुनियां के सबसे अमीर इंसान जैफ बेज़ोज़ हों.
ये सब आप भी कर सकते हों और उन सफलता की उन उचाईयों तक पहुँच सकते हों जहाँ पर आज ये लोग हैं लेकिन उसके लिये पहले अपने अंदर की 5 बुरी आदतों को खत्म करना होगा. इन 5 बुरी आदतों के खत्म होते ही आप देखना, आपके जीवन मे कुछ ही दिनों मे सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे.
तो दोस्तों ये थी वो 5 आदतें जो आपको जीवन मे कभी कामयाब नहीं होने देंगी कभी आगे नहीं बढ़ने देती. 5 bad habits are the biggest obstacle to success यदि जीवन मे कामयाब इंसान बनना हैं तो अभी से इन आदतों को अपने अंदर से खत्म कर दो.
हम अपने blog पर ऐसी ही तमाम self improvement or self development से सम्बंधित बहुत सारी जानकारी आपसे शेयर करते रहते हैं इस blog से जुड़े रहे और जानकारियां प्राप्त करते रहे.
इन्हे जरूर पढे
Rich mindset and poor mindset kya hai
ये 10 आदतें आपको कभी अमीर नहीं बनने देंगी
Self development speech in hindi
उदासी मे भी सकारात्मक रहना सीखे
अध्यात्म क्या है for self improvement
Best learning habits moral story