VPN kya hai | how to set VPN in device poori jankari

सम्पूर्ण जानकारी – अगर आप जानना चाहते हो की VPN क्या होता है तो आप बिलकुल सही जगह पर आए हो.

दोस्तों आज के टाइम इंटरनेट का उपयोग बहुत ज़ादा बढ़ चुका. कोई घर ऐसा नहीं होगा जहाँ कम से कम एक स्मार्टफोन ना हो और इंटरनेट उपयोग ना होता हो.

 

जाने अनजाने मे इंटरनेट पर तरह तरह के काम करते हुए हम खुद ही अपने ब्राउजिंग हेबिट्स और पर्सनल इनफार्मेशन को एक्सपोज़ करते फिरते हैँ.

 

आए दिन हम लोग इंटरनेट पर कुछ ना कुछ सर्च करते रहते है. कई तरह की वेबसाईट पर विजिट करते है और साइन इन करते है जिससे हमारी पर्सनल डिटेल ISP उनके पास सेव हो जाती है. 

 

इंटरनेट की मदद से बहुत सारे काम आसान हो चुके है.जैसे ऑनलाइन फॉर्म भरना, ऑनलाइन टिकट एंड होटल बुक करना ऑनलाइन शॉपिंग करना, ट्रेडिंग करना अतः बैंकिंग ट्रांसक्शन से लेकर कई तरह की तमाम सेवाओं का फायदा इंटरनेट की मदद से ही उठा पा रहे है.

 

तो ऐसे मे इंटरनेट पर की जाने वाली हर एक्टिविटी पर हैकर आसानी से नजर रख रहे होते है हमारे परसनल डाटा की मदद से वह हमारे सिस्टम को हैक कर लेते है. जिस वजह से online security and privacy एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है.

 

तेजी से बदलती टेक्नोलोजी को देखते हुए व्यापार करने के तरिके बदलने लगे है. जिस वजह से ज्यादातर व्यापार और ट्रांसक्शन्स अब इंटरनेट पर ही होने लगे है. तो ऐसे मे चोरी ठगी करने वाले भी कहाँ पीछे रहने वाले थे उन्होंने भी इंटरनेट पर चोरी ठगी करने के नए नए तरिके खोज निकालें.

 

जिसके चलते आए दिन हैकिंग, ऑनलाइन ठगी और डाटा चोरी के मामले देखने को मिल रहे है.

 

तो ऐसे मे इंटरनेट डाटा की आसुरक्षा को लेकर हमेशा एक डर बना रहता है की कोई हमरो एक्टिविटी को ट्रेक तो नहीं कर रहा.

 

तो ऐसे मे हम बहुत भाग्यशाली है की हमारे पास एक ऐसा सिस्टम है जो हमें इस डर के साए से सदा के लिए बेफिक्र कर देता है.

जी हा उस सिस्टम का नाम है VPN.

VPN की मदद से हम अपने डाटा को सुरक्षित रख सकते है. यानि बेफिक्र होकर इंटरनेट पर काम कर सकते है.

 

हम नीचे लिखें इन सभी टॉपिक्स को आज समझने वाले है. इसलिए आखिर तक इस पोस्ट पढ़ो.

 

चलिए समझते है –

 

VPN kya hai 

 

VPN का पूरा नाम है Virtual Private Network । VPN एक ऐसी network  तकनीक है जो Internet और Wi-Fi नेटवर्क में सुरक्षित connection बनाता है.

 

VPN असुरक्षित नेटवर्क को एक ऐसे सुरक्षित नेटवर्क मे बदल देता है जो इंटरनेट पर हमारे personal data को hackers से बचाने का काम करता है.

 

सिर्फ यही नहीं यह आपको  vpn प्रतिबंधित वेबसाईट और सर्विसिस पर भी पहुंच बनाने मे मदद करती है. VPN की मदद से blocked वेबसाईट पर आसानी से access कर सकते है. जिससे हमें फ्रीडम of इंटरनेट की सुविधा मिल जाती है. 

 

ऐसा इसलिए सम्भव हो पाता है क्योंकि VPN आपकी पर्सनल आइडेंटिटी, जैसे आपकी मेल id आपके डिवाइस का ip एड्रेस, नेटवर्क id, लोकेशन आदि सभी जरुरी जानकारियों को डिस्क्रिप्ट कर देता है यानि छुपा लेता है गोपनीय रखता है.जिसे कोई भी हैकर या ISP रीड नहीं कर सकता. ISP का अर्थ होता है इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर.

 

मान लो यदि आप एयरटेल कम्पनी से सिम कार्ड से इंटरनेट use करते ही तो वो आपके लिए एक ISP है.

 

VPN का सबसे ज़ादा उपयोग कहाँ होता है?

VPN का ज़ादातर उपयोग बैंकिंग आर्गेनाएजेशन, हॉस्पिटल, कॉलेज, फ़नान्शियल इंस्टिट्यूशन, और वो लोग जो हर वक़्त online पैसो की लेन देन तथा जरुरी कागजात दस्तावेजो जानकारियों का आदान प्रदान online करते है.

 

चलिए इसे और बारीकी से समझते है. 

 

VPN के बिना हमारे साथ kya होता है.

ज़ब आप अपने स्मार्टफोन मे किसी भी इंटरनेट की मदद से browser द्वारा सर्च करके किसी भी वेबसाईट पर विजिट (जाना) करते है तो विजिट करने से पहले उसी दौरान सबसे पहले रिक्वेस्ट आपके ISP यानी की INTERNET Service Provider के पास पहुँचती है, जहाँ आपकी Online Identity, Device ID, ip address, real time Location,Data Request जैसी तमाम डिटेल्स मिनी सेकेंड के अंदर मशीन द्वारा चैक कर ली जाती हैं। उसके बाद आपको उस वेबसाईट से जोड़ दिया जाता है जहाँ आप जाना चाहते थे.

 

( यह सारा process एक से दो सेकेंड के अंदर ही पूरा हो जाता है. बाकि आपकी इंटरनेट स्पीड के ऊपर निर्भर करता हैकी वो पेज आपके सामने कब खुलेगा जिस पर जाने के लिए अपने लिंक पर क्लिक किया था.)

 

उसके बाद आपके और उस वेबसाइट के बीच जो भी Data, जैसे पर्सनल डिटेल,online ट्रांसक्शन डिटेल हो, online शॉपिंग डिटेल हो, एटीएम कार्ड डिटेल, बैंक डिटेल, पैन कार्ड डिटेल, और आधार कार्ड डिटेल जैसी किसी भी डिटेल का आदान-प्रदान होता है वह सब ISP के जरिए ही होता है।

ऐसे में आपका कोई भी Data गोपनीय नहीं रहता।

यानी आपका नेटवर्क पूरी तरह असुरक्षित रहता है.

जिसे कोई भी हैकर्स इन डिटेल को आसानी से रीड कर सकता है.

 

 फिर उसके बाद उन डिटेल से वो कुछ भी कर सकता है. जिससे आपको भारी वित्तीय नुकसान झेलना पड़ सकता है.

 

सिर्फ यही नहीं दोस्तों, कई बार कुछ कुछ वेबसाईट ऐसी होती है जिन पर जाना restricted (प्रतिबंधित) होता है. जैसे कई सारी movies डाउनलोडिंग वेबसाईट, ऐसी होती है जिन पर कुछ कंट्री विजिटर्स के लिए प्रतिबंध होता है.

 

 इसके इलावा और भी वेबसाईट  जैसे नेटफ्लिक्स जो की एक एंटर टेनमेंट वेबसाईट है.

 

 शुरुआत मे ज़ब नेटफ्लिक्स आया था तो नेटफ्लिक्स की वेबसाईट पर जाना, इंडिया के साथ कुछ और countries के लिए भी प्रतिबंध था.

 

तो ऐसे मे कुल मिलाकर नेटवर्क प्राइवेसी, पर्सनल डाटा एवं आइडेंटिटी की गोपनीयता, प्रतिबंधित वेबसाईट पर नहीं जा पाना एक चुनौती पूर्ण विषय बन जाता है.

तो ऐसे मे सवाल उठता है की कोई ऐसा सिस्टम होना चाहिए जो हमें इन तमाम समस्याओं से छुटकारा दिला सके.

 

तो आपके इन सभी सवालों का एक ही जवाब है और वो है VPN सर्विस.

 

जी हा दोस्तों VPN एक ऐसा सिस्टम अथवा सर्विस है जो ना सिर्फ आपकी  प्राइवेसी को गोपनीय रखते हुए आपके नेटवर्क को एक सरक्षा कवच प्रदान करता है बल्कि VPN की मदद से आप किसी भी प्रकार की प्रतिबंधित वेबसाईट पर भी आसानी से विजिट कर सकते हो.

 

आइये जानते है.

 

VPN सिस्टम कैसे काम करता है?

ज़ब हम अपने डिवाइस मे VPN सिस्टम एक्टिव करते है तो VPN हमारे नेटवर्क को सुरक्षित कर देता है. उदाहरण के तौर पर मान लीजिये आपने गूगल पर mauryamotivation.com सर्च किया.

VPN

फिर जैसे ही आप इस वेबसाईट पर क्लिक करोगे तो क्लिक करते ही आपकी रिक्वेस्ट VPN द्वारा बनाए सरक्षित नेटवर्क (एक वर्चुल टनल) से होती हुई तुरंत मिनी सेकेंड के अंदर VPN सर्वर के पास पहुंच जाएगी.

 

 इसके बाद VPN उस डाटा ट्रेफिक को रिक्वेस्ट form मे डिस्क्रिप्ट करके mauryamotivation.com के पास भेजेगा ताकि यह वेबसाईट आपकी रिक्वेस्ट को रीड कर सके.

 

इसके बाद वेबसाईट से जवाब प्राप्त करके VPN उसे वापिस Encrypt कर देगा ताकि कोई दूसरा रीड ना कर सके और अपने सुरक्षित कनेक्शन के जरिए आपके फोन पर भेज देगा।

VPN सर्वर के पास पहुंचने वाला यह डाटा ट्रेफिक एक encrypted form मे जाएगा यानी की पूरी तरह से गोपनीय रूप मे. फिर आपके और वेबसाईट के बीच होने वाली किसी भी गतिविधि को कोई भी रीड व हैक नहीं कर पाएगा.

 

क्योंकि VPN, इंटरनेट सर्वर पर आपकी हर गतिविधि एवं आपकी ऐडेंटिटी को गोपनीय तथा नेटवर्क को सुरक्षित रखता है.

जैसा की आप इमेज मे देख रहे हो.

यहां पर VPN एक सुरक्षित वर्चुल टनल बना देता है जिससे आपकी रिक्वेस्ट, एवं डाटा ट्रेफिक ISP सर्वर से ना होकर VPN सर्वर से वेबसाईट तक जाती है.

सिर्फ यही नहीं VPN की मदद से आप किसी भी प्रतिबंधित या blocked वेबसाईट पर भी आसानी से विजिट कर सकते हो.

 

चलिए जानते है-

VPN  प्रतिबंधित या blocked वेबसाईट को कैसे ओपन करता है?

 

मान लो ज़ब भी आप किसी ऐसी वेबसाईट पर विजिट करते है जो अमेरिका की एक ऐसी वेबसाईट जिस पर अमेरिका के इलावा कोई और कंट्री का बंदा विजिट नहीं कर सकता.

 

 तो ऐसे मे vpn आपको अमेरिका के सर्वर से कनेक्ट कर देगा (ये आपके कंट्री कोड को चेंज कर के उसी कंट्री का बना देता है). फिर आप आसानी से उस प्रतिबंधित वेबसाईट पर विजिट कर सकते हो. उस वेबसाईट को यही लगेगा की आप अमेरिका के सिटीजन हो.

 

तो इस तरह VPN हमारी बहुत सी परेशानियों को दूर कर देता है. VPN हमें इंटरनेट की दुनिया मे एक सुरक्षा कवच प्रदान करता है.

 

तो दोस्तों अब तक आप ये समझ गए है की VPN क्या होता है और यह कितना जरुरी है. ऐसे मे अब VPN को लेकर कई तरह के सवाल उठते है जैसे –

  • VPN मे कौन कौन से फीचर्स होने चाहिए
  • कौन सा VPN उपयोग करे?
  • VPN का प्रयोग कैसे करे. तो चलिए जानते है.

 

VPN मे कौन कौन से फीचर्स होने चाहिए?

VPN सर्विस देने वाली कम्पनी आपको VPN मे कौन कौन से फीचर्स दे रही है ये आपके जेब खर्च पर निर्भर करता है. जितना महंगा VPN उतने ही ज़ादा और बेहतर फीचर्स मिलेंगे.

 

कहने का मतलब कार एक लाख मे भी आती है और 1 करोड़ भी लेकिन उनकी क़ीमत मे इतना बड़ा फर्क क्यों ये आप अच्छे समझ ही सकते हो. तो ठीक उसी प्रकार VPN सर्विसिस की क़ीमत मे है

 

 एक VPN मे जरुरत के हिसाब से बहुत सारे फीचर्स मौजूद होते है जैसे –

  • इंटरनेट/नेटवर्क security
  • डाटा प्राइवेसी
  • ज़ादा से ज़ादा कंट्रीज के नेटवर्क सर्वर
  • तेज़ इंटरनेट स्पीड लिमिट
  • Browser एक्सटेंशन
  • ज़ादा से ज़ादा डिवाइस कनेक्टविटी (VPN शेयरिंग) 

 

तो ये सभी बेसिक मेन फीचर्स है. इसके इलावा और भी कई तरह एडवांस फीचर्स भी होते है जो लेने वाले की डिमांड एवं जरूरतों पर डिपेंड करता है.

 

दोस्तों,ये सभी फीचर्स आपको ज़ादातर पेड VPN मे ही देखने को मिलेंगे.

 

अब बात अगर free VPN की करे तो इसमें आपको दो या तीन से ज़ादा फीचर्स नहीं मिलेंगे. Free VPN मे दिए जाने वाले हर बेसिक फीचर्स पर आपको लिमिट मिलेगी.

 

एक free VPN मे बेसिकली आपको ये तीन बेसिक फीचर्स ही देखने को मिलेंगे –

  • इंटरनेट/नेटवर्क security
  • डाटा प्राइवेसी
  • ज़ादा से ज़ादा कंट्रीज के नेटवर्क सर्वर connectivity

 

कौन से VPN का उपयोग करे?

दोस्तों VPN दो तरह के होते है free VPN और पेड VPN. ज़ादातर लोग free VPN का ही उपयोग करते है. लेकिन बहुत ज़ादा और बेहतर फीचर्स के लिए आपको पेड VPN का ही प्रयोग करना चाहिए. क्योंकि बहुत से free VPN मे हमें पूरे फीचर्स नहीं मिलते. और free VPN मे आपका नेटवर्क कितना सिक्योर रहेगा इसकी कोई पुख्ता गारंटी नहीं होती.

 

किस किस डिवाइस मे VPN का उपयोग कर सकते है?

VPN का उपयोग मोबाईल, डेस्कटॉप कंप्यूटर, लेपटॉप, टैब, मैक विंडोज जैसे डिवाइसिस पर किया जा सकता है.

 

VPN का उपयोग करना बहुत आसान होता है. जिस भी डिवाइस मे आप VPN सेट करना चाहते हो उस डिवाइस मे गूगल प्ले स्टोर या विंडो प्ले स्टोर से VPN को install कर लेना है और उसके बाद एक्टिवेट कर देना है.

 

सबसे अच्छा free VPN कौन सा है.

दोस्तों प्लेस्टोर पर आपको बहुत सारे free VPN मिल जाएंगे. मैंने बहुत सारे Free VPN install करके उन पर टेस्टिंग की है.

जिनमे से top 5 ऐसे free विश्वसनीय VPN के बारे आपको बताऊंगा जो वाकई बहुत अच्छी सर्विस देते है.

  • Super VPN
  • Turbo VPN
  • Secure VPN
  • VPN Proxy
  • 1.1.1.1 Faster & Safer VPN

 

ये सभी VPN आपको google play Store पर आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे.

दोस्तों ये सभी VPN सबसे ज़ादा उपयोग किये जाने वाले विश्वसनीय और बेस्ट रेटिंग एवं सर्विस वाले VPN है जो आपको free मे अच्छी सर्विसिस प्रोवाइड करते है.

 

मोबाईल मे free VPN कैसे सेट करे.

VPN

प्लेस्टोर से VPN install करने के बाद आप इसे अपने डिवाइस मे एक्टिव कर दीजिये. बस आपका VPN कुछ परमिशन मागेगा आपको अप्रूव कर देना है बस उसी समय आपका VPN एक्टिव हो जाएगा.

फिर आप इस VPN की मदद से सुरक्षित रूप से इंटरनेट पर कुछ भी कर सकते है.

 

PC या लेपटॉप मे VPN कैसे सेट करे?

VPN

कप्यूटर या लेपटॉप मे VPN सेट करना बहुत आसान है. आपके डिवाइस मे opera या फिर कोरोम ब्राउजर होना चाहिए. इसके बाद आपको विंडो app स्टोर से VPN को install कर लेना है.

 

इसके बाद VPN को एक्टिवेट कर देना. VPN का लोगो आपके डिवाइस मे नीचे फुटर बार मे शो होने लगेगा. इस लोगो पर क्लीक करके आप ज़ब चाहे इसे एनेबल या डिसेबल भी कर सकते है.

 

सबसे सस्ते और अच्छे VPN कौन से है?

मै आपको कुछ ऐसे VPN के नाम बताने जा रहा हूं जिनमे ना सिर्फ बहुत अच्छे फीचर्स मिलते है बल्कि उनकी कोस्ट भी बहुत बेहतरीन है. आप आसानी से इन VPN को खरीद सकते हो.

1.Express VPN

2.Nord VPN

3.IP Vanshi VPN

4.Cyber Ghost VPN

5.SurfShark VPN

6.Pure VPN

7.Private internet access VPN

8.private VPN

9.Name cheap VPN

 

ये सभी VPN अब तक सबसे अच्छी सर्विस देने वाले चीपेस्ट (सस्ते) VPN है.

 

VPN के फायदे और नुकसान 

अब तक मिली जानकारी के अनुसार आप VPN के फायदे तो समझ ही चुके हो. वीपीएन से मिलने वाले फायदे कुछ इस प्रकार है |

  • डाटा प्राइवेसी
  • नेटवर्क प्रोटेक्शन 
  • अनलिमिटेड सर्वर रीच
  • हाई स्पीड इंटरनेट
  • Open any restricted वेबसाइट्स

 

बात अगर VPN के नुकसान की करे तो बिना जानकारी के गलत और Free VPN करने पर आपको इसका भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है.

 

FAQ – जरूरी सवाल का जवाब 

Q- कौन सा VPN उपयोग करे?

A- यह आपके इंटरनेट uses पर निर्भर करते है की आप इंटरनेट पर क्या कितना और किस तरह की जानकारी शेयर कर रहे है.

 

 यदि आप अपने डिवाइस पर इंटरनेट से बहुत सारी जरुरी और पर्सनल इनफार्मेशन शेयर करते है और चाहते हो की वो इनफार्मेशन कोई हैक ना कर ले तो आपको पेड VPN का ही उपयोग करना चाहिए.

 

यदि आप सिर्फ नार्मल प्रोटेक्शन और restricted वेबसाईट पर जाने तक ही सिमित रहना चाहते हो तो free VPN आपके लिए अच्छा विकल्प है.

 

निष्कर्ष

तो आज आपने VPN kya hai से लेकर उसे डिवाइस मे कैसे सेट किया जाता है ये सभी जानकारी प्राप्त की. आज से ही VPN को अपने डिवाइस मे सेट कर लीजिये. how to set VPN in device

हो सके तो पेड VPN का ही प्रयोग करे.

दोस्तों इस जानकारी को ज़ादा से ज़ादा लोगो मे शेयर करे ताकि वह भी इस जानकारी को हासिल करके अपने नेटवर्क और डाटा को प्रोटेक्ट कर सके.

 

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