hindi nibandh on subconscious mind | अवचेतन मन क्या है

 नमस्कार दोस्तों हमारा आज का hindi nibandh on subconscious mind पर है |   जिसमे  आज हम आपको अवचेतन मन यानी power of subconscious mind के बारे बताने जा रहे है | दुनियाँ मे जितने भी लोगो ने बड़े बड़े मुकाम हासिल किए है और जितने भी बड़े बड़े आविष्कार हुए है उन सब मे  अवचेतन मन /subconscious mind की सबसे बड़ी भूमिका रही है |

आखिर क्या है ये अवचेतन मन /subconscious mind और कैसे काम करता है |

 

hindi nibandh on subconscious mind

दोस्तों क्या आपको पता है की हर इंसानी दिमाग़ मे एक ऐसी पावरफुल चीज होती है जिसकी मदद से आप हर असम्भव काम को सम्भव कर सकते हो. जो चाहो उसे हकीकत मे पा सकते हो, हर बड़े से बड़े मुकाम को हासिल कर सकते हो. किसी भी लक्ष्य तक पहुंच सकते हो.

 

दौलत, शोहरत, सम्मान, आत्मविश्वास, सुख, शांति सब कुछ हासिल कर सकते हो.

 

यहाँ तक तक की आप अपने गुस्से, अपनी फीलिंग्स और इमोशन्स को कंट्रोल कर सकते हो.

 

सिर्फ यही नहीं! इस पवर से आप अपने शरीर की कई तरह की छोटी बड़ी बीमारी को भी ठीक कर सकते हो.

 

जानता हूं अभी आपको ये बातें मज़ाक़ लग रही होंगी. लेकिन थोड़ा सब्र रखो और video को आखिर तक देखो सब समझ जाओगे.

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hindi nibandh on subconscious mind

अब तक मैंने जो भी बोला है साइंस भी इस बात को प्रूफ कर चुका है..और ऐसा सब कुछ हज़ारो लोगो की जिंदगी मे हो चुका है. 

 

क्यों.. क्योंकि, 

इंसानी मन – मस्तिष्क   “मानसिक चेतना”  के आधार पर दो अवस्थाओं मे बटा होता है पहली अवस्था है चेतन मन यानी conscious mind दूसरी अवस्था है अवचेतन मन.यानी  subconscious mind.

 

चेतन मन क्या है ? what is conscious mind

चेतन मन वह अवस्था है ज़ब हमारा मन और शरीर हमारी इच्छा अनुसार कार्य करते है. जैसे मान लो आपको 10 मंजिल ऊंची इमारत पर जाना है आपके पास दो रास्ते है सीढ़ियाँ और लिफ्ट. आपने अपने लिफ्ट से जाने की इच्छा जताते हुए अपने कदमो को लिफ्ट की तरफ बढाना शुरू कर दिया. यानी आपकी बोडी वैसा ही rispons करने लगी जैसा आपने चाहा.

 

अवचेतन मन क्या है ? what is subconscious mind 

वहीं दूसरी तरफ हमारा अवचेतन मन,वह अवस्था है ज़ब हमारा मन और शारीर हमारी इच्छा के बिना अपने आप ही सही तरीके से काम करने लगता है.

जैसे – सपने  दिखाई देना, खुद को बचाने के लिए अचानक से आपके हाथ पैरो का हरकत मे आना…

पलकों का झपकना, चलते या भागते वक़्त हाथों का नियमबद्ध तरीके से अपने आप आगे पीछे होना. 

 

चेतन मन मे ज़ब हम किसी चीज के बारे सोच रहे होते है विचार कर रहे होते है..

ज़ब हम कोई लॉजिक अथवा अनुमान लगा रहे होते है..

ज़ब भी किसी चीज पर गहरा चिंतन कर रहे होते है और ज़ब हम छोटे बड़े डिसीजन ले रहे होते है.

तब,    इन सब चीजों को हमारा चेतन मन कंट्रोल कर रहा होता है.

वहीं दूसरी तरफ अवचेतन मन /subconscious mind

  • हमारी भावनाओं को
  • हमारे विश्वास को
  • हमारी आदतों को
  • हमारी फीलिंग्स जैसे
  • गुस्सा, ख़ुशी, निराशा, और उम्मीदों को कंट्रोल करता है.

 

यहाँ तक की हमारी सभी पुरानी यादों को समेट कर रखने का काम भी अवचेतन मन ही करता है.

 

और देखा जाए तो यही सारी चीजे,  हमारी life को कंट्रोल करती है.

 

कैसे कम करता है अवचेतन मन /subconscious mind

हम जिंन्दगी मे जो भी देखते है सुनते है और जिंदगी मे जो भी घटनाएं घटित होती है, अवचेतन मन इन सब को एक डाटा के रूप मे अपने अंदर स्टोर कर लेता है.

 

 फिर इन्ही deta के आधार पर ही हम जिंदगी मे बड़े बड़े फैसले ले पाते है, और अच्छे बुरे की पहचान कर पाते है,करिएटिव ideas सोच पाते है. बड़ी बड़ी कल्पनाए कर पाते है.

 

सिर्फ यही नहीं,  अवचेतन मन और भी बहुत सारे काम करता है जैसे आदतों के आधार पर बिलीफ का निर्माण करना.

जी हाँ,  आपके अक्सर सुना होगा और शायद करके भी देखा होगा की किसी भी चीज की गर आदत डालनी हो या छोड़नी हो तो उस काम को 21 दिन तक लगातार करते रहो. और वाकई मे ऐसा करके लोगो को पॉजिटिव रिल्जल्ट मिले है.

 

 हम आपको बता दें की इसके पीछे भी सारा लॉजिक अवचेतन मन का ही होता है. क्योंकि अवचेतन मन जीवन मे बार बार होने वाली घटना को हमारी आदतों मे शामिल कर देता है. 

फिर इसके बाद हमारा बिलीफ सिस्टम अपना काम करना शुरू कर देता है.

जैसे मान लो,

किसी की आदत है रोज सुबह उठ कर कसरत वगैरा करने की तो उसका ये बिलीफ बन जाता है की सुबह जल्दी उठना और कसरत करना तो बहुत आसान है. और अगर किसी की आदत है देर तक सोने की तो उसका बिलीफ होगा की सुबह उठकर यह सब बहुत मुश्किल काम है तो.

दोस्तों इसी बिलीफ के आधार पर बाकी के भी तमाम फैक्टर एक्टिव होना शुरू हो जाते है.

जैसे आत्मविश्वास का बढ़ना, अपनी क्षमताओं को समझना, बड़ी बड़ी कल्पनाए करना.

इसी बिलीफ पावर के आधार पर ना जाने कितने लोगो ने बड़े से बड़े मुकाम हासिल किये है…

 

आपका अवचेतन मन /subconscious mind आपको वैसा ही रिस्पॉन्स देगा जैसा आप इसमें डाटा भरोगे. यानी आप जिंदगी मे जो भी देखोगे, सुनोगे,समझोगे,वो सब आपका अवचेतन मन अपने अंदर फीड कर लेगा फिर उसी के हिसाब से आपको रिस्पॉन्स और रिजल्टस देखने को मिलेंगे.

 

तो अब ये आपके ऊपर है की आपको life मे क्या देखना, सुनना, पढ़ना और समझना चाहिए.

 

power of अवचेतन मन /subconscious mind

चेतन मन पूरे माइंड पावर का सिर्फ 10% हिस्सा ही उपयोग कर पाता है. तो वहीं अवचेतन मन पूरे माइंड पावर के 90% हिस्से को use करने की क्षमता रखता है.

और गर जिंदगी के ज़ादातर काम अवचेतन मन से होने लग जाए तो आप इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते की आप क्या कुछ कर सकते हो और किस मुकाम तक पहुंच सकते हो.

 

क्योंकि अवचेतन मन मे असीमित मानसिक शक्तियों का भंडार छुपा है जिसे आपको बस एक एक कर के एक्टिवेट करना है.फिर देखना आपकी जिंदगी मे कैसे कैसे चमत्कार देखने को मिलते है.

 

अवचेतन मन 24 घंटे एक्टिव रह कर अपना काम करता रहता है, सोते वक़्त सपनो का आना भी अवचेतन मन मे चल रही सोच की वजह से ही होता है.

चलिए जानते है हमारा अवचेतन मन सबसे ज़ादा एक्टिव कब रहता है.

 

अवचेतन मन /subconscious mind सबसे ज़ादा एक्टिव कब रहता है.

हमारा अवचेतन मन रात को सोने से ठीक 5 से 10 मिनट पहले सबसे ज़ादा एक्टिव रहता है.

इसलिए सोने से ठीक 9 से 10 मिनट पहले आप जो भी सोचोगे जिन भी चीजों पर विचार करोगे..तब आपका अवचेतन मन आपके सोने के बाद उन्ही चीजों पर अपना काम करना शुरू कर देगा.

 

हलाकि ज़ादातर लोग ज़ब सोने ही वाले होते है तो वो लोग ठीक 9 से 10 मिनट पहले अपनी दिन भर की बुरी चीजों को याद करते है, ओहो आज ऐसा हुआ, आज मै यह नहीं कर पाया, आज मै वो नहीं कर पाया, अरे उसने मुझे ऐसा बोला,और भी बहुत कुछ, यानी सारा जोर नेगेटिव चीजों को सोचने मे लगा देंगे.

 

फिर ये सब सोचते हुए आप तो सो जाते हो लेकिन आपका अवचेतन मन सोचे हुए इन सभी नेगेटिव thoughts को समेट कर रख लेता है.

 

जिसका नतीजा ये होता है की आपके जागते ही आपका चेतन मन भी तुरंत एक्टिव हो जाता है और अवचेतन मन, रात भर की सोची गई तनाम नेगेटिव बातें आपके चेतन मन को सूद समेत वापिस कर देता है.

 

फिर दिन भर आपके दिमाग़ मे घूम फिर कर वहीं thoughts चलते रहते है. और आप परेशान होते रहते है दुखी होते रहते है. दिन खराब होते रहते है.

 

और यही चीजे आपकी life मे तब तक चलती रहती है ज़ब तक आपके subconscious mind के पास पॉजिटिव thoughts नहीं पहुँचते.

 

तो दोस्तों  अब तो ये आप समझ ही गए होंगे की करना क्या है.

hindi nibandh on subconscious mind का फाइदा कैसे उठाए 

जी हाँ आपको रोज सोने से पहले आख़री 9 से 10 मिनट जितना हो सके उतने अच्छे और सकारात्मक विचारों को सोचना है. हो सकते तो रोज motivatiinal video देखो inspirational किताबें पढ़ो, अपनी life और करियर के बारे सकारात्मक सोचना शुरू करो.

खुद को ये विश्वास दिलाओ की आप जरूर सफल होंगे, मै सफलता की ओर बढ़ने लगा हूं, मेरे अंदर हर मुकाम को हासिल करने की ताकत है. मुझे अपना ये काम करने मे मज़ा आरहा है.

 

बस इसके बाद देखना दोस्तों आपको हफ्ते भर मे पॉजिटिव results दिखना शुरू हो जाएंगे. आपकी life बेहतर होना शुरू हो जाएगी. आपकी अंदर काम को करने की एक अलग लेवल की एनर्जी दिखाई देगी.

 

निराशा के बादल हटने लगेंगे ओर आपका मन उतत्साह से भरने लगेगा. आपकी माइंड मे एक से एक करिएटिव ideas आने लगेंगे. आप अपने अंदर एक अद्भुत ऊर्जा का अनुभव करने लगोगे.

 

क्यों, क्योंकि आपका अवचेतन मन / subconscious mind अपने काम पर लग चुका होता है. 

 

इतिहास इस बात का गवाह है की अब तक जो इंसान अपने अवचेतन मन / subconscious mind की शक्तियों को समझ कर उसके अनुसार चलने लगा है उसने दुनियां मे अविश्वसनीय और अद्भुत काम करके….

 

कई बड़े से बड़े मुकाम हासिल करके “इतिहास रचे है” और दुनिया भर के लोगो के लिए एक इंस्पिरेशन बने है.

जिसमे कई महापुरषो के नाम शामिल है, जैसे, स्वामी विवेका नन्द, महात्मा गाँधी, मदर ट्रेसा, नेंसल मंडेला,

और अब आपकी बारी है…

 

 

तो दोस्तों ऊमीद करता हूँ अवचेतन मन / subconscious mind  की ताकत को आप अच्छे से समझ गए होंगे | hindi nibandh on subconscious mind की इस जानकारी को अधिक से अधिक लोगो मे शेयर करे ताकि वह भी इस जानकारी को समझ कर जीवन मे बड़े मुकाम हासिल कर सके और अपने सपनों को पूरा कर सके |

 

 

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