Dipawali-nibandh

Dipawali nibandh दीवाली पर खूबसूरत निबंध

Dipawali nibandh –  दीपावली से कुछ दिन पहले ही स्कूलों मे बच्चो को घर से Dipawali par nibandh (essay on diwali) लिख कर लाने का काम दे दिया जाता है. इसी बात को ध्यान मे रख कर हम आपके लिए दिवाली पर खूबसूरत निबंध लेकर आए है.

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दीपावली पर निबंध 200- 250 word – dipawali nibandh essay in hindi 

 

दीपावली को दीवाली के नाम से भी जाना जाता है. दीपावली हर वर्ष चतुर मास की अमावस को मनाया जाता है. दीवाली को भारत के तमाम त्योहारों मे से सबसे उच्चतम दर्जा प्राप्त है. अतः यह त्यौहार ना सिर्फ भारत मे बल्कि विश्व के कई हिस्सों मे अपने अपने तरीके से धूम धाम से मनाया जाता है.

बहुत ही हर्षोल्लास और खुशियों से भरा दीवाली का यह त्यौहार हिन्दुओं का सबसे खास त्यौहार होता है. धार्मिक दृष्टि से इस दिन का बहुत अधिक महत्व भी होता है.

 

पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम चन्द्र जी अपनी पत्नी सीता जी और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष वनवास काटकर और रावण को मार कर पुष्पक विमान से हनुमान सहित अयोध्या वापिस लोटे थे जूसकी ख़ुशी मे अयोध्या वासियों ने पूरे अयोध्या मे घी के दीपक जगाए थे. उसी दिन की याद मे यह महपर्व मनाया जाता है.

 

लोग दीवाली पर्व से 10-12 दिन पहले ही घर और दुकानों की साफ सफाई शुरू कर देते है. माना जाता है की इन दिनों माँ लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर बैठे कर धरती पर  भर्मण करने आती है अतः साफ सुथरे पवित्र घरों मे माँ लक्ष्मी वास करने लगती है.

 

 जिस घर मे माता लक्ष्मी का वास होता है वह घर सुख समृद्धि धन धान्य से भरा रहता है और दुख कष्ट क्लेश का नाश होता है.

 

दीवाली पर्व की शुरुआत धनतेरस से शुरू हो जाती है. धनतेरस का पर्व चतुर मास की तृतीया को यानी की दीवाली से दो दिन पहले ही आता है. इस दिन का बहुत खास महत्त्व है कहा जाता है की इसी दिन समुद्र मंथन के समय धनमंत्री भगवान अपने हाथों मे अमृत का कलश लेकर प्रगट हुए थे. अतः इस दिन भगवान धनमंत्री की पूजा की जाती है जिससे शारीर सम्बन्धी रोग दोष कस्टो का निवारण होता है.

 

साल भर मे धनतेरस के दिन ऐसा अद्भुत योग बनता है जिसमे मान्यता है की इस दिन धातु से बनी किसी चीज को बाजार से खरीदकर घर लाने से घर मे सदैव बरकत बनी रहती है.

 

इसलिए इस दिन बाज़ारो मे बहुत भीड़ देखने को मिलती है इस दिन लोग बाजार से धातु के रूप मे चांदी या सोने का सिक्का, या पीतल के बर्तन, या चांदी से बने छोटे से गणेश एवं माता लक्ष्मी की मूर्ति भी खरीदते है.

 

धनतेरस का अगला दिन लोग छोटी दीवाली के रूप मे मनाते है. इस दिन को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है.

 

छोटी दीवाली के बाद अगले दिन आता है दीपावली का वो महापर्व जिसका लोग बेसबरी से इंतज़ार कर रहे होते है.

 

दीवाली वाले दिन लोग अपने अपने घरो पर छोटी छोटी इलेक्ट्रीक ब्लबो की कतार लगा कर घर को सजाते है.

 

लोग शाम के वक्त अपने अपने घरो और मंदिरों मे खूब सारे घी या तेल के दीपक जगाते है शाम को माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते है.

 

रात को परिवार और दोस्तों पड़ोसियों संग मिल बाट  कर मिठाइयाँ खाते है एक दूसरे को बधाई एवं अच्छे जीवन की शुभ कामनाऐ देते है और पटाखे दग़ा कर अपनी ख़ुशी को जाहिर करते है. 

 

दीपवली निबंध पर 10 लाइने

  1. दीपावली हिन्दुओं का पवित्र धार्मिक त्यौहार है
  2. दीवाली हर वर्ष चतुर मास की अमावस तिथि को मनाया जाता है. वेदों के अनुसार किसी भी नए काम की शुरुआत या शुभ कार्य के लिए यह दिन अत्यंत मांगलकारी माना गया है.
  3. दीवाली से कुछ दिन पहले ही लोग अपने पूरे घरो और दुकानों की साफ सफाई आरम्भ कर देते है.
  4. दीवाली का त्यौहार पूरे भारत सहित विदेशों मे भी कई जगहों पर हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है.
  5. इस दिन भगवान श्री राम जी अपनी पत्नी सीता जी और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष वनवास काटकर और रावण को मार कर पुष्पक विमान से हनुमान सहित अयोध्या वापिस लोटे थे जूसकी ख़ुशी मे अयोध्या वासियों ने पूरे अयोध्या मे घी के दीपक जगाए थे. उसी दिन की याद मे यह महपर्व मनाया जाता है.
  6. इस दिन बाज़ारो मे खूब सेल लगी होती है.लोग बाजार से सस्ते दामों पर खूब सारी वस्तुएं खरीदते है.
  7. दीपावली वाले दिन बाज़ारो मे खरीदारों की बहुत भीड़ देखने को मिलती है. दीवाली वाले दिन लोग अपने होने घरो को अच्छे से सजाते है.
  8. लोग शाम के वक्त अपने अपने घरो और मंदिरों मे खूब सारे घी या तेल के दीपक जगाते है शाम को माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते है.
  9. रात को परिवार और दोस्तों पड़ोसियों संग मिल बाट  कर मिठाइयाँ खाते है एक दूसरे को बधाई एवं अच्छे जीवन की शुभ कामनाऐ देते है और पटाखे दग़ा कर अपनी ख़ुशी को जाहिर करते है.
  10. इस दिन कई लोग बुरे काम भी करते है जैसे दारू शराब पीना जुआ खेलना आदि यह सब बिलकुल नहीं करना चाहिए. आप सभी को मेरी तरफ से दीवाली की शुभकामनायें आपका जीवन मंगलमय हो

 

 

  1. तो दोस्तों दीवाली का यह निबंध आपको कैसा लगा.

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