चार्ली चैपलिन का जीवन परिचय | Charlie Chaplin Biography In Hind

दुनियाँ के सबसे पहले comedian चार्ली चैपलिन का जीवन परिचय | Charlie Chaplin Biography  In Hindi – चार्ली चैपलिन के जीवन परिचय से आज आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.

 

Introduction of चार्ली चैपलिन का जीवन परिचय

“मेरा दर्द किसी के लिए हंसने की वजह हो सकता है, लेकिन मेरी हंसी कभी किसी के दर्द का कारण नहीं बननी चाहिए”।

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 ये शब्द थे दुनिया के सबसे प्रसिद्ध कॉमेडियन चार्ली चैपलिन के। चार्ली चैपलिन का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा।

बिना एक भी शब्द कहे पूरी दुनिया को हंसाने का अद्भुत टैलेंट, चार्ली चैपलिन के अंदर कूट कूट कर भरा था।

 

छोटी मूंछ, सिर पर जादूगर वाली टोपी, लंबे जूते, ऊंची पैंट, हाथ में छड़ी और चलने का एक अलग ही अंदाज़, उनकी पहचान बन गई थी, जो आज भी लोगों के दिलो में बसी हुई है।

 चार्ली चैपलिन को इतिहास का सबसे महान कॉमेडियन माना जाता है। पूरी दुनिया को अपनी एक्टिंग से हंसाने वाले इस चेहरे के पीछे कितने दर्द छिपे है, इस बारे में बहुत कम लोग जानते है। 

चार्ली चैपलिन का जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है। खासतौर पर उन्हें बचपन में ऐसा समय भी देखना पड़ा, जहां दो वक्त की रोटी के लिए अखबार बेचने जैसे कई छोटे मोटे काम भी उन्होंने किए। लेकिन चार्ली चैपलिन की किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था।

बेहद गरीबी में बचपन गुजारने वाले चार्ली चैपलिन के जीवन में, एक समय ऐसा भी आया था, जब वह अमेरिका के राष्ट्रपति से भी ज्यादा कमाई कर रहे थे। और आपको जानकर हैरानी होगी, कि चार्ली चैपलिन महात्मा गांधी की विचारधारा से इतने प्रभावित थे, कि गांधी जी से मुलाकात के बाद, उन्होंने एक फिल्म का निर्देशन भी किया था।

दोस्तों आज की इस वीडियो में हम आपको चार्ली चैपलिन जैसे महान कलाकार की उस जीवनी से रूबरू करवाने जा रहे हैं , जो आपको थोड़ा हैरत मे डालेगी , हसाएगी और बहुत कुछ सिखाएगी भी.

साथ ही उनकी जिन्दगी के कुछ ऐसे राज के बारे में भी आपको बताएंगे, जिन्हें सुनकर आपकी आंखें नम हो जाएगी।

चार्ली चैपलिन का जन्म और परिवार 

चार्ली चैपलिन का जन्म 16 अप्रैल 1889 को हुआ था। उनके जन्म की तारीख भी काफी खास मानी जाती है, क्योंकि उनके जन्म के 4 दिन बाद ही अडॉल्फ हिटलर का जन्म हुआ था।

चार्ली चैपलिन के पिता चार्ल्स स्पेंसर चैपलिन और मां हैना चैपलिन, म्यूजिक हॉल में सिंगर और जुनियर आर्टिस्ट का काम किया करते थे।

 

हैना चैपलिन को तो अपने दोनों बच्चे चार्ली चैपलिन और उनके भाई सिडनी चैपलिन से लगाव था, लेकिन उनके पिता चार्ल्स चैपलिन शराबी थे। वे अपनी कमाई का सारा पैसा शराब पीने पर उड़ा दिया करते थे।

 

चार्ली चैपलिन की ज़िन्दगी की पहली कमाई

 जब चार्ली चैपलिन 2 साल के थे, तो उनके पिता घर छोड़कर चले गए थे। अब चार्ली और उनके भाई की जिम्मेदारी उनकी मां पर आ गई थी।

मां स्टेज शो के जरिए अपने दोनों बच्चों का लालन पालन करने लगी। एक दिन हैना चैपलिन स्टेज पर गा रही थी कि अचानक उनकी आवाज चली गई।

लोगों ने हैना को भला बुरा कहना शुरू कर दिया और खूब हंगामा किया। चार्ली चैपलिन उस वक्त 5 साल के थे। लोगों को गुस्सा होते देख, वे अपनी मां के बचाव में स्टेज पर चढ़े और मां के गाने को पूरा करने के लिए, माइक हाथों में थाम लिया।

मासूम बच्चे द्वारा अपनी मां की आवाज में गाना गाते देख लोगों को आश्चर्य हुआ और उन्हें काफी हंसी भी आई। लोगों ने चार्ली के इस टैलेंट की सराहना की और स्टेज पर सिक्कों की बौछार कर दी।

ये चार्ली चैपलिन की ज़िन्दगी की पहली कमाई मानी जाती है।

 

 

पिता की मौत 

चार्ली चैपलिन की मां की तबियत इसके बाद बिगड़ती चली गई और एक वक्त ऐसा आया कि उन्हें पागलखाने में भर्ती कराना पड़ा। उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। 

क्योंकि चार्ली की मां और उनके पिता के बीच तलाक नहीं हुआ था, इसीलिए कोर्ट ने चार्ली के पिता चार्ल्स चैपलिन को , दोनों बच्चों की जिम्मेदारी सौंप दी थी।

चार्ली के पिता तब तक दूसरी शादी कर चुके थे, और इसके बाद सौतली मां ने चार्ली पर खूब जुल्म किए।

चार्ली जब 12 साल के थे, तब उनके पिता की मौत हो गई और अब तक उनकी मां भी काफी हद तक ठीक हो गई थी, इसीलिए वे अपने भाई को लेकर मां के साथ रहने चले आए।

लेकिन उनकी मां की आवाज चली गई थी और करने के लिए कोई काम नहीं था। चार्ली का बचपन से ही मन स्कूल की पढ़ाई में नहीं लगता था। वे हमेशा अपना खुद का काम करने की सोचते थे।

उन्होने अपनी आत्मकथा में लिखा है ,कि कभी वे चिप्स बेचने का धंधा करने की सोचते तो कभी कुछ और। लेकिन उसके लिए उनके पास पुंजी नहीं थी।

 

स्कूल छोड़ कॉमेडी की राह पर बढाया पहला कदम 

13 साल की उम्र में चार्ली ने स्कूल छोड़ दिया और छोटे मोटे काम कर घर का खर्च चलाने लगा। 

इसके साथ ही चार्ली और उनकेò भाई सिडनी, दोनों मिलकर स्टेज शो भी किया करते थे। 1906 में सिडनी चैपलिन ने, एक कॉमेडी ड्रामा कंपनी जॉइन कर ली।

 

फिल्मो मे मिला काम 

कुछ दिनों बाद चार्ली भी इसी कंपनी के साथ मिलकर काम करने लगे। एक स्टेज शो के दौरान चार्ली के टैलेंट को एक डायरेक्टर ने देखा और उसी डायरेक्टर के जरिए,  ई.हेमिल्टन नाम के व्यक्ति से चार्ली की मुलाकात हुई।

 हेमिल्टन ने चार्ली चैपलिन को Sherlock holmes के नाटक में एक रोल ऑफर किया। चार्ली ने वह ऑफर स्वीकार कर लिया।

बस यहीं से उनकी ज़िन्दगी मे सबसे बड़ा टर्निंग point आया,उनकी एक्टिंग लोगों को पसंद आने लगी और देखते ही देखते वह एक मशहूर स्टेज आर्टिस्ट बन गए थे।

इसके बाद चार्ली ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। सन 1914 में चार्ली की पहली फिल्म Make a Living रिलीज़ हुई। इसी वर्ष वह लंडन को छोड़कर अमेरिका शिफ्ट हो गए थे। अमेरिका में आते ही उनके करियर को लंबी उड़ान मिली।

उन्होंने 1914 से 1915 के बीच एक साल में ही 35 फिल्मों में काम किया। चार्ली की फिल्म निर्देशकों के साथ ज्यादा नहीं बनती थी। चार्ली अपना रोल अपने अनुसार करना चाहते थे, लेकिन डायरेक्टर कहते कि उनके अनुसार ही किरदार की रूपरेखा तय होगी। 

चार्ली को आज जिस रूप में हम याद करते है, वह पहचान उन्हें The Little Tramp के किरदार से मिली थी। यह किरदार इतना लोकप्रिय हुआ, कि एक बार अमेरिका में ही चार्ली चैपलीन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जो व्यक्ति चार्ली चैपलिन जैसा लगेगा, उसे इनाम दिया जाना था।

इस प्रतियोगिता में चार्ली चैपलिन खुद पहुंच गए, लेकिन उन्होंने ये बात किसी को नहीं बताई। हैरानी की बात ये है कि चार्ली को इस प्रतियोगिता मे प्रथम आना चाहिए था, लेकिन उन्हें थर्ड प्राइज़ दिया गया।

 

6 लाख 70 हज़ार डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट

चार्ली अब एक बड़ा नाम बन गए थे। वे 1250 डॉलर हर हफ्ते कमाने लग गए थे।

1915 के समय में ये रकम बहुत ज्यादा मानी जाती थी। लेकिन कुछ समय बाद ही चार्ली के साथ एक कंपनी ने सालाना 6 लाख 70 हज़ार डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया। यह सैलरी अमेरिका के राष्ट्रपति से भी ज्यादा थी। 

चार्ली को 1919, 1922 और 1973 में तीन बार अकादमी पुरस्कार मिल चुके है। 1940 में आई फिल्म, द डिक्टेटर के लिए उन्हें बेस्ट टएक्टर का पुरस्कार भी मिला था।

इस फिल्म में चार्ली ने मशहूर डिक्टेटर, मुसोलिनी का किरदार निभाया था। लेकिन इसके बाद तो जैसे चार्ली के ऊपर मुसीबतो का पहाड़ टूट पड़ा।

चार्ली के बयानों को तोड़ मरोड़क, वामपंथी वाला बताया जाने लगा। उनके ऊपर रूसी एजेंट होने के आरोप भी लगे। ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई5 और अमेरिका की FBI, 10 सालों तक चार्ली के पीछे लगे रहे।

1952 में चार्ली की फिल्म लाइमलाइट रिलीज़ हुई, लेकिन अमेरिका में इस फिल्म को बैन कर दिया गया।

 

 इसके बाद चार्ली चैपलिन बुरी तरह टूट गए। अमेरिका ने उन्हें देश से बाहर जाने का आदेश दे दिया। 

चार्ली लंडन आए, लेकिन यहां भी उन्हें रहने के लिए मकान नहीं मिला और अंत में वे स्विटज़रलैंड रहने लगे। अपना पूरा जीवन चार्ली ने स्विटज़रलैंड में ही व्यतीत किया। 

महात्मा गाँधी से मिले चार्ली चैपलिन 

चार्ली चैपलिन महात्मा गांधी की विचारधारा से काफी प्रभावित थे, और अक्सर वे महात्मा गांधी से मिलने की इच्छा जाहिर किया करते थे। एक बार उनकी मुलाकात लंडन में गांधी जी से हुई थी।

गांधी जी गोल मेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए लंडन आए हुए थे। उन्होंने गांधी से कहा कि वे मशीनों के इतने खिलाफ क्यों है।

गांधी जी ने कहा कि मशीनों के कारण ही इंसान, इंसान का शोषण कर रहा है। इस बात से प्रभावित होकर चार्ली चैपलिन ने टाइम मशीन नाम की फिल्म बना दी।

. चार्ली चैपलिन और मशहूर वैज्ञानिक एल्बर्ट आइंस्टीन भी काफी अच्छे दोस्त माने जाते थे।

मशहूर सिंगर और डांसर माइकल जैक्सन,  अक्सर कहा करते थे, कि वे चार्ली चैपलिन जैसा बनना चाहते है। 

चार्ली चैपलिन का निजी जीवन काफी विवादों से भरा हुआ रहा है।

उन्होने अपने जीवन में चार शादियां की थी। हालांकि कई जगह उनकी 5 शादियों की बात भी लिखी गई है। उनकी सभी शादियों में उनकी उम्र और पत्नी की उम्र में काफी ज्यादा अंतर हुआ करता था। 

1918 में जब चार्ली 26 साल के थे, तब उन्होने 16 साल की मिल्ड्रेड हैरिस से शादी की थी। लेकिन दोनों का रिश्ता दो साल ही चल सका और दोनों में तलाक हो गया। 

इसके बाद 1924 में चार्ली ने फिर 16 साल की लड़की लिटा ग्रे से शादी की, जो एक एक्ट्रेस थी। लेकिन दोनों 3 साल बाद एक दूसरे से अलग हो गए। तीसरी शादी चार्ली ने 1936 में, पौलेट गोडार्ड से की थी।

इससे पहले 4 साल तक दोनों ने एक दूसरे को डेट किया था। लेकिन 1942 में चार्ली और उनकी तीसरी पत्नी एक दूजे से अलग हो गए।

54 साल की उम्र में चार्ली ने 18 साल की लड़की ऊना ओ’नील से शादी की। ऊना ने चार्ली के अंतिम समय तक उनका साथ निभाया और 35 सालों तक दोनों साथ रहे

 इन चार पत्नियों से चार्ली के कुल 11 बच्चे हुए थे।

 इसके अलावा कहा जाता है कि चार्ली ने 1908 में हेट्टी केली नाम की एक लड़की से शादी की थी, लेकिन इन्फ्लूएन्जा बीमारी के कारण उसकी मौत हो गई थी। 

कुछ इतिहासकारों ने ये भी लिखा है कि चार्ली का कई लड़कियों के साथ अफेयर रहा है और अपने जीवन में 2000 से अधिक महिलाओं के साथ उन्होने संबंध बनाए है। 

25 दिसंबर 1977 को जब पूरी दुनिया क्रिसमस का त्यौहार मना रही थी, तब चार्ली ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

 चार्ली की मौत के बाद उनके पीछे 6 बच्चे और उनकी पत्नी रह गए थे। 

लोगों ने चार्ली को चैन से मुक्ति भी नहीं लेने दी। जिनेवा की एक झील के पास जहां उन्हें दफनाया गया था, दो लोगों ने उनकी कब्र खोदकर उनकी डेड बॉडी चुरा ली और परिवार से चार लाख डॉलर की मांग की। 

हालांकि कुछ महीने बाद पुलिस द्वारा दोनों अपराधियों को पकड़ लिया गया और चार्ली चैपलिन की बॉडी वापस जमीन में दफना दी गई। 

तो दोस्तों ये थी चार्ली चैपलिन की पूरी कहानी। दुनिया को हंसाने वाले इस चेहरे के पीछे कितने गम, संघर्ष और पीड़ाएं थी, ये बात आप समझ गए होंगे। 

चार्ली चैपलिन का जीवन परिचय  जैसे और भी तमाम inspirational बायोग्राफी हम लाते रहते है. हमारे blog से जुड़े रहे.

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