दोस्तों कर्म का नियम एक दम सटीक है और निश्चित भी, कर्म अच्छा हो या बुरा उसका नतीजा भुगतना पड़ता है फिर चाहे आप कहीं भी रहो.

अच्छे कर्म मनुष्य की जिंदगी को कैसे बदल देती है चलिए एक खूबसूरत सी सच्ची घटना से समझते है.

दोपहर का वक़्त था, बारिश का मौसम बन रहा था और सड़क किनारे एक बूढी औरत उदास खड़ी थी.

उस बूढी औरत की कार ख़राब हो गयी थी और वहाँ से गुजरने वाले किसी भी इंसान ने रुक कर उस बुढ़िया की मदद नहीं की.

कोई उस बूढ़ी औरत पर ध्यान नहीं दे रहा था सब अपनी अपनी मंजिल की ओर भगे जा रहे थे.

तभी वहां से एक आदमी गुज़र रहा था जो देखने में थोड़ा गरीब लग रहा था. उस व्यक्ति ने बूढी औरत को देखा और उससे पुछा “क्या हुआ माता जी?? आप ठीक तो है?”

पहले तो वो बूढी औरत उस व्यक्ति को देख कर थोड़ा घबरा गयी, वो डर रही थी कि कही सुनसान सड़क पर वो आदमी उसे लूट ना ले.

उस व्यक्ति ने बूढी औरत की घबराहट तुरंत समझ ली और फिर कहा ” घबराईये मत माता जी…

मैं पास के गेराज में काम करता हूँ, मेरा नाम मनोज है. अगर आपको कोई मदद चाहिए तो मुझे बता सकती है”

फिर बूढी औरत ने कहा “मेरी गाड़ी ख़राब हो गयी है, बारिश भी होने वाली है, मेरी तबियत ख़राब हो जायेगी, क्या आप मेरी गाड़ी ठीक कर सकते हो?”

क्या मनोज ने गाड़ी ठीक की होगी,? यदि हाँ तो मनोज को उसके बदले क्या मिला होगा? तो चलिए नीचे बटन को दबा कर आगे जानते है 👇👇