बड़े दुःखद के साथ कहना पद रहा की आज श्री लता मंगेशकर जी हमारे बीच नहीं है.

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92 साल की हो चुकी लता मंगेशकर कीरोना संक्रमण के चलते बहुत ज़ादा अस्वस्थ हो चुकी थी वह मुंबई के एक हॉस्पिटल में एडमिट थी.

कई दिनों से उनका इलाज चल रहा था, हालांकि हालत में सुधार भी आया था पर स्वास्थ्य फिर से बिगड़ गया.

देश विदेश से उनके चाहने वाले लगातार उनकी अच्छी सेहत की कामना कर रहे थे पर शायद ईश्वर को कुछ और मंजूर था. 5 फ़रवरी को करीब रात 11 बजे उन्होंने दुनियां को अलविदा कहा.

दोस्तों संगीत की दुनियां का एक और बहुमूल्य हीरा हमसे बहुत दूर चला गया. लता जी के द्वारा गए गीत सदा अमर रहेंगे.

लता मंगेशकर का जीवन काफ़ी संघर्ष भरा रहा.13 साल की उम्र में ही उनके पिता की मृत्यु हो गई. माँ भी ज़ादा समय तक नहीं रही.

घर की जिम्मेदारियां तो सर पर थी ही और एक समय ऐसा आया की स्टूडियो में गाना गाने से भी मना कर दिया गया था लता जी को.

तो आखिर ऐसा क्या किया लता जी ने की उनकी सफलताओं को देखते हुए उन्हें भारत रत्न तक से सम्मानित किया गया.

तो चलिए बटन नीचे बटन को दबा कर जानते है की कैसे लता जी इस मुकाम तक पहुंची जहाँ पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं. 👇👇👇👇