दोस्तों आपने अक्सर देखा होगा की पैकेट बंद product पर या फिर ज़ब हम बाजार से किसी पैकेट बंद product को खरीद रहे होते है तो

हमारी नजर अक्सर उन product के पैकेट पर लिखें हुए MRP (एमआरपी) नाम के शब्द पर पड़ती है.

जिसके ठीक सामने एक क़ीमत लिखी होती है.और लोग भी बिना जाने समझे  दुकानदार के कहने पर उस product की क़ीमत अदा कर देते है.

एमआरपी किसी भी product का वह अधिकतम मूल्य होता है जिससे अधिक दाम पर कोई भी विक्रेता उसे क्रेताओं को बेच नही सकता.

जब भी कोई दुकानदार आपसे product पर लिखी एमआरपी कीमत से जादा की कीमत वसूलता है तो👉 आप उस के खिलाफ मुकदमा कर सकते हो

उसकी शिकायत consumer court मे केआर सकते हो | इस अपराध के अंतर्गत विक्रेता को जेल या फिर 5000₹ का जुर्माना लग सकता है.

MRP ki full form क्या है? MRP किस आधार पर decide की जाती है, वो कौन से पैरामीटर है जिस पर वस्तु की सही क़ीमत सुनिश्चिचत की जाती है.

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