दोस्तो कोई भी बड़ी सफलता या कामयाबी रातो रात नहीं मिल जाती उसके लिए दिन रात कड़ी मेहनत , और संघर्स करना पड़ता है तब जा कर कामयाबी की बुलंदिया हासिल होती है ।

आज हम आपको ऐसी लड़की की कहानी (story) सुनाने जा रहे है । जो ना सिर्फ एक दलित समाज से बिलोंग करती है

बल्कि  पूरा जीवन संघर्स से भरा होने के बावजूद हिम्मत और हौसले के साथ जीती रही  और आज  500 करोड़ की कंपनी की मालकिन है ।

हमारे समाज पर वर्षों से जात और धर्म का बहुत बड़ा प्रभाव रह चूका है। इस भेदभाव के कारण दलित समाज में पैदा हुए लोगो को सालों तक अन्याय और मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

कल्पना सरोज  की कहानी उस दलित पिछड़े समाज के लड़की की कहानी है जिसे जन्म से ही , समाज की उपेक्षा सहनी पड़ी,

12 साल की उम्र मे ही विवाह कर दिया गया था जिससे विवाह किया गया था वो लड़का सरोज से 10 साल बड़ा था ।

बाल-विवाह का आघात झेलना पड़ा, ससुराल वालों के अत्याचार को सहा ।और भी बहुत कुछ हुआ तमाम उतार चाहाव आए जीवन में.

कल्पना सरोज की जिंदगी में इतनी उथल पुथल चल रही थी की एक वक़्त ऐसा भी आया की कल्पना ने जीने की इच्छा ही त्याग दी. जहर तक खा लिया.

फिर वो बची कैसे, और उसके बाद ऐसा क्या हुआ उसकी जिंदगी में जिसने उसकी सोच और किस्मत दोनो पलट कर रख दी.

तो चलिए नीचे बटन पर click करके जानते है. कल्पना सरोज की प्रेरणादायक कहानी और सीखते है की वो कौन सा पल था जिसने सरोज की जिंदगी बदल दी. 👇👇👇👇

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