चाहे हम पूरे दिन कितने भी लड़कियों से फ्लर्ट करें लेकिन रात को सोने से पहले हम उस लड़की के बारे में जरूर सोचते हैं जिससे हम सच्चा प्यार करते हैं
साइकोलॉजी-2
हम जिस व्यक्ति के लिए जैसा भाव रखते हैं या जैसा सोच है वैसा ही दूसरा व्यक्ति भी हमारे लिए सोच रखा होता है
साइकोलॉजी-3
हम जिससे प्यार करते हैं अगर उससे एक संबंधित किसी वस्तु को देखे तो हम उस के ख्यालों में खो जाते हैं एवं हमारा मन और किसी कार्य में नहीं लगता
साइकोलॉजी-4
साइकोलॉजी के अनुसार आपको सॉरी हमेशा वही इंसान बोलता है जिसके लिए आप उसकी लाइफ से उसके इगो और सेल्फ रिस्पेक्ट से भी ज्यादा इंपॉर्टेंट होते हैं
साइकोलॉजी-5
अपने शरीर का ध्यान रखें आप का सबसे बड़ा साथी आपका शरीर है अपने जीवन साथी से भी ज्यादा
साइकोलॉजी-6
लोगों का दिल टूटने से उसे भयानक शारीरिक दर्द का सामना करना पड़ सकता है उस अवस्था को स्ट्रेस कार्डियोमायोपैथी कहा जाता है
साइकोलॉजी-7
साइकोलॉजी के अनुसार जो लोग बहुत ज्यादा सोचते हैं उनमें हार्ड अटैक और आत्म हत्या की आशंका ज्यादा बढ़ जाती है
साइकोलॉजी-8
साइकोलॉजी के अनुसार जो लोग बहुत ज्यादा सोचते हैं उनमें हार्ड अटैक और आत्म हत्या की आशंका ज्यादा बढ़ जाती है
साइकोलॉजी-9
लड़कियों को ऐसे लड़के पसंद नहीं होते जो बहुत ज्यादा फ्लर्टी होते हैं। यदि आप किसी लड़की के साथ गंभीर हैं, तो जायदा फलर्ट करना छोड़ दें अन्यथा वो दूर हो सकती है.
साइकोलॉजी-10
जब लड़कियां अपने बॉयफ्रेंड को एक बेहतरीन कपड़ों में निश्चित रूप में देखती है तो वह चाहती है कि आप उस ड्रेस को अधिक बार पहने.
साइकोलॉजी-10
साइकोलॉजि-11लड़कियों को अपने बॉयफ्रेंड के साथ हाथ में हाथ रखना पसंद होता है। वे हर बार अपने प्रेमी को महसूस करना पसंद करते हैं, जब वह कहीं बैठे हो या टहल रहे हो.