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दिन रात  ईमानदारी से मेहनत करने के बाद भी कुछ लोग गरीब के गरीब ही क्यों रह जाते है?

और उसी ईमानदारी के रास्ते पर चल  कर कुछ गरीब लोग अमीर कैसे बन जाते है?

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अक्सर कई बार मैंने लोगो को कहते सुना है की अपना time आएगा, अपना time आएगा, और ज़ब की वो time कभी आता ही नहीं है.

क्या आज के time मे सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर चल कर, पैसा कमाया जा सकता है यानी अपने लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है?

यदि आपका जवाब हां है तो फिर यही रास्ता अपना कर,ज़्यादातर लोग गरीब के गरीब ही क्यों रह जाते है वो सफल क्यों नहीं हो पाते.

हम सफल होंगे या नहीं यह सबसे पहले हमारी सोच पर निर्भर करता है |

जितनी अधिक आपकी सोच सकारात्मक होगी उतना ही आप result की परवाह किये बिना उस काम को अपनी पूरी डैडीकेशन के साथ करना पसंद करेंगे. जो आपको एक दिन सकारात्मक परिणाम आवश्य देगी.

टेलेंट हर किसी मे होता है, बस उसे पहचान कर निरंतर प्रयास से निखारने की जरूरत होती है

सबकी एक जैसी सोच ना होने की वजह से ही 100 मे से 70 गरीब लोग *अमीर बनने के लिए सिर्फ अमीर (rich) होने के बारे सोचते रहते है.

तो चलिये नीचे बटन पर क्लिक करके जानते है की वो कौन सी विचारधाराएँ है जिनकी वजह से मनुष्य बड़ी कामयाबी हासिल नहीं कर पता और गरीबी की बेड़ियो से आज़ाद नहीं हो पता