khansi ka ilaz असरदार घरेलू नुस्खा

khansi ka ilaz – नमस्कार दोस्तो ! एक बार फिर से स्वागत है आप सनही का असरदार घरेलू नुसखी की इस पोस्ट मे |आज हम आप के लिए है एक ऐसा घरेलू नुस्खा जो आपके khansi ka ilaz  कर देगी|

 ज़ब हमारे परिवार मे किसी को बहुत लम्बे समय से खासी की शिकायत रहती थीं. खासते समय बलगम भी आता था.

तब हमारी दादी जी द्वारा बताया गया एक घरेलू  नुस्खा… जिसके 5 से 10 दिन सेवन से खासी जड़ से ठीक हो जाती थीं. ये नुस्खा बलगम सुखा देता था. जो की मल के द्वारा बाहर निकल जाता था. यह नुस्खा हर प्रकार की खांसी के लिए असरदार है |

 

हम जिस नुस्खे की बात कर रहे है उस नुस्खे का नाम है 6 तत्त्व नुस्खा | यह नुस्खा 6 प्रकार के तत्त्वो से मिलकर बना है इसीलिए इसे 6 तत्व नुस्खा कहा जाता है |यह नुस्खा बनाना बहुत ही आसान है |

चलिए अब जानते है-ये नुस्खा कैसे बनाए  

6 तत्व नुस्खा बनाने का तरीका –  khansi ka ilaz

  1. सबसे पहले एक अदरख को चाकू की मदद से उतना काटो की ज़ब उसे पीसा जाए तो वो एक चिम्मच भर जाए.
  2. इतना अदरख लेने के बाद, दो सबूत लवांग लो, दो बड़ा  तुलसी पत्ता, इसके बाद एक दाना  काली मिर्च, दो चिम्मच शहद, लो.
  3. अब सबसे पहले शहद को छोड़ कर बाक़ी सब,  अदरख, लौंग, तुलसी, काली मिर्च, और एक चुटकी सेंधा नमक लेकर इन सब को एक साथ मिला दे. और अच्छे से पीस लें. 

 

इन्हे आप दो चीज़ो पर ही पीस सकते है. सिलबट्टा या फिर जस्ता. आप नीचे इमेज मे देख कर समझ सकते हो |

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khansi-ka-ilaaz

 

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सिलबट्टा

 

जस्ता एक गिलास जैसा दिखाई देता है पर बहुत भारी और मोती परत वाला होता है. 

 

  • इन सबको अच्छे से कूट कर एक दम बारीक़ कर लें. 
  • फिर इन सब एक छोटी सि कटोरी मे डाल दे अब उसमे दो चिम्मच शहद डाल दे.
  • अब इसे गैस की धीमी  आंच पर हल्का सा गरम कर लें… गर्म इतना ही करें जिसे आप तुरंत खा सकें.. 

 

अब खाने का तरीका जान लो.

इसे अपनी हाथ की ऊँगली या चिम्मच की मदद से से थोड़ा थोड़ा, चाट चाट कर खाना है. 

ध्यान रखने वाली बात 

ध्यान रहे खाने के बाद 2 घंटे तक बिलकुल भी पानी नहीं| “पीना” यानी किसी भी चीज का सेवन नहीं करना है. 

सावधानियाँ –

छाती मे कफ जमने पर कभी भी भाप (स्टीम) न ले | स्टीम का उपयोग सिर्फ सर्दी जुकाम के केस मे किया जाता है |

इस नुस्खे के सेवन का सही समय क्या है ?

  • एक बार सुबह ब्रश करने के बाद बासी मुंह, 
  • एक बार रात को सोने से पहले. 

 

Q- कितने समय तक करना होगा इस नुस्खे का सेवन 

  • आपकी खासी मे 48 घंटे बाद ही असर दिखने लगेगा.
  • कम से कम 15 दिन इसका सेवन लगातार करना है.
  • अधिक से अधिक एक से दो माह तक 

 

खांसी आने की मुख्य वजह –      vkhansi ka ilaz

  1. कई बार गलत खान पैन की वजह से खांसी की समस्या पैदा हो जाती है | जैसे  एक दम से कुछ ठंडा गरम खाने पीने से  गले मे खीस खीस ,गला दर्द ,जकड़न हो जाती है असल मे ये प्रकार के टोकसीन्स ही होते है जो एक स्थान पीआर आकार जमा हो जाते है  जिस वजह से खांसी का आना आम बात है |
  2. कई बार हवा मे फैली भारी मात्रा मे धूल (डस्ट)  सांस के माध्यम से हमारे गले मे प्रवेश करती है और वहीं जम जाती है जिस वजह से धीरे धीरे छाती मे बलगम बनना शुरू हो जाता है जिसे हम कफ कहते है | इस वजह से भी खांसी का लगातार आना लाज़मी हो जाता है | एसे मे रुक रुक कर ख़ासी आती है बोने और लंबी सांस लेने मे भी ख़ासी आती है |

 

 

क्यो पैदा होती है – खांसी की ऐसी समस्या?

डॉक्टर्स के अनुसार शरीर मे एसे बेक्टीरिया बन जाते है जो हमारे शरीर के सेल  ,लीवर  ,गले  जैसे  और भी तमाम ऑर्गन्स को नुकसान पहुचाते है |

इन्हे टोकसीन्स के रूप मे भी जाना जाता है जब गले मे टोकसीस्न्स जमा हो जाते है तब यह टोसीन्स यानि बेक्टीरिया गले की नसो मे चिपक कर छाती तक जकड़न बना देते है  सही वक़्त पर सही इलाज़ न मिलने पर ,यह गले और छाती मे बलगम बनाना शुरू कर देता है |

जिसको हम कहते है की कफ जाम गया |

इसके इलवा दूसरी प्रकार की भी खांसी होती है जिसे हम सूखी खांसी बोलते है एसी खांसी मे बलगम नहीं होता सिर्फ सूखी खांसी आती है जो गले मे जलन तीखापन और दर्द महसूस करवाती है | 

 

Q- छाती की ज़कड़न से कैसे राहत पाए |

अक्सर सर्दी -जुकाम -कफ जमने से  छाती मे ज़कड़न और दर्द होता है ,खसने पर दर्द  होता है सांस लेने पर दिक्कत होती है तो एसे मे हमारे परिवार मे छाती पर  ज़रा तेल की मालिश की जाती थी | जरा तेल सारसो के तेल से घर पर आसानी से बनाया जा सकता है |

जरा तेल बनाने का तरीका 

  • एक पैन को गैस की धीमी आंच पर रखे और उसमे आधा गिलास सारसो का तेल डाल दें |
  • अब उसमे 15 से 20 लहसुन की छिली हुई कालिया डाल दें |
  • एक चिम्म्च मेथी -एक चम्मच अजवाइन डाल दें |
  • अब इसको अच्छे से खौलने दे यानि जेबी सभी लसुन अजवाइन  जल कर हल्के काले हो जाए तब गैस ऑफ कर दे | अब कुछ देर हल्का ठंडा होने दे फिर जेबी हल्का हल्का गरम रहे तब इसे छाती पर मलना है |
  • तेल को छाती पर मलते वक़्त पंखा कूलर या ac न चल रहा हो | तेल मलने के बाद गरम कपड़े से छाती को धक लेना है यानि हवा न लगनेपाए  |
  • कुछ ही दिनो मे यह तेल अपना असर दिखने लगेगा |

तो दोस्तो खांसी का यह इलाज़ आपको कैसा लगा (khansi ka ilaz) घरेलू नुस्खा कैसा लगा ?

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